नीरू शर्मा की सभी कविताएं ज़िंदगी के आईने की तरह: प्रेम विज
CHANDIGARH, 24 FEBRUARY: चंडीगढ़ की प्रसिद्ध कवियत्री नीरू शर्मा, जो पेशे से अधिवक्ता हैं, के नव-प्रकाशित काव्य संग्रह ‘सच्ची बता’ का विमोचन एवं विशेष चर्चा समारोह होटल बैकन्स सेक्टर-42 चंडीगढ़ में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के कई साहित्यकार एवं अधिवक्ता शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज और विशिष्ट अतिथि गुरमीत पनाग थे। समारोह की अध्यक्षता डॉ. विनोद शर्मा एवं मंच संचालन कवि डा. अनीश गर्ग ने किया। इस पुस्तक पर गुरमीत पनाग, नीरू मित्तल, मनजीत संधू, डा. अनीश गर्ग, कर्म सिंह, अनिल चिंतित, लवलीन कौर, हरेंद्र सिन्हा, नीलम त्रिखा, संगीता आदि ने अपने विचार प्रकट किए।
इस दौरान प्रेम विज ने कहा कि नीरू शर्मा की इस पुस्तक की कविताएं ज़िंदगी के आईने की तरह दिखाई देती हैं। आज के दौर में वही कविताएं स्वीकार हैं, जिनमें शुद्ध भाव को सहज भाषा में पिरोया जाए। डा. विनोद शर्मा ने कहा कि इनकी कविताएं बार-बार पढ़ने को मन करता है और इनकी कविताएं हमारे आसपास की कविताएं अनुभव होती हैं। गुरमीत पनाग ने कहा कि चूंकि मैं एक कहानीकार हूं परंतु नीरू की कविताएं भी कहीं न कहीं एक कहानी की तरह किरदारों को लेकर चलती है और लगभग एक सुंदर कहानी की तरह बनती चली जाती हैं। मंच का बखूबी संचालन करते हुए डॉ. अनीश गर्ग ने कहा कि आज की इस आपाधापी की दौड़ में जहां समय का बहुत अभाव रहता है, वहां ऐसी कम से कम शब्दों में लिखी गई छोटी-छोटी कविताएं बहुत कुछ कहती हुई प्रतीत होती हैं। इस कार्यक्रम में उपस्थित वकीलों ने अपनी साथी वकील की संवेदनशील रचनाओं के इस अनुपम प्रयास की सराहना की।