वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप: नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीतकर रचा इतिहास, बने पहले भारतीय पुरुष एथलीट

NEW DELHI, 25 JULY: खेल की दुनिया में भारत को एक और बड़ी उपलब्धि मिली है। भारत के ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतकर रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया। नीरज चोपड़ा की इस उपलब्धि पर देशभर से बधाई मिल रही है। पीएम मोदी ने भी बधाई देते हुए कहा कि ‘हमारे सबसे प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक नीरज चोपड़ा की महान उपलब्धि। विश्व चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने पर नीरज चोपड़ा को बधाई। नीरज को उनके आगामी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’

पहले भारतीय पुरुष एथलीट बने नीरज

दरअसल नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन में चैंपियनशिप की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में 88.13 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल जीता। वह इस टूर्नामेंट के इतिहास में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट बन गए हैं। इससे पहले भारत के लिए विश्व चैम्पियनशिप में एकमात्र पदक 2003 में पेरिस में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में कांस्य जीता था।

वहीं इस जीत के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा कि देश को मेडल दिला पाया इसकी खुशी है। हालाकि हमेशा नतीजे वैसे नहीं आते जैसा आप सोचते हैं।’अपना बेस्ट देने की हर कोशिश करता रहूंगा। मुकाबला कड़ा था, बहुत कुछ सीखने को मिला।

उन्होंने आगे कहा कि आज परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी, हवा काफी तेज थी, इसलिए थोड़ा थ्रो कम गया। इस दौरान नीरज ने गोल्ड मेडल जीतने वाले एंडरसन पीटर्स को लेकर कहा कि 90 मीटर की दूरी तय करने के लिए उन्होंने बहुत जोर लगाया होगा। बहुत अच्छे थ्रो कर रहे हैं। उनके कई थ्रो 90 मीटर से ज्यादा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए भी अच्छा है। मेरे सामने अच्छी चुनौती है।

सभी ग्लोबल इवेंट में जीत चुके हैं मेडल

उल्लेखनीय है कि चोपड़ा ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने लिखा कि नीरज चोपड़ा ने जीत का सिलसिला जारी रखा ! विश्व चैंपियनशिप में पुरुषों की भाला फेंक में 88.13 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ, पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष और दूसरे भारतीय बने। नीरज अब हर ग्लोबल इवेंट में मेडल जीत चुके हैं।

बीजिंग ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने कहा- ‘विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक पर नीरज चोपड़ा को बधाई । तुमने हमें गौरवान्वित किया है । शानदार प्रदर्शन और आगे के लिए शुभकामना।’ उड़नपरी पीटी उषा ने कहा -‘देश के लिए विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने पर नीरज चोपड़ा को बधाई। आपके सर्वश्रेष्ठ प्रयासों से दुनिया में देश का नाम रोशन हुआ है । यूं ही देश का परचम लहराते रहिये। जय हिंद।’

कड़े मुकाबले के बीच जीता सिल्वर

ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा पहले प्रयास में फेल हो गए थे। उनके पहले थ्रो को फाउल घोषित किया गया। उसके बाद चोपड़ा ने दूसरे राउंड में 82.39 मीटर दूर भाला फेंका। नीरज के प्रतिद्वंद्वी ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने पहले प्रयास में 90.21 मीटर और दूसरे राउंड में 90.46 दूर भाला फेंका।

इसके बाद नीरज ने तीसरे और चौथे राउंड में लगातार अपने प्रदर्शन को सुधारा। वह तीसरे राउंड में 86.37 और चौथे राउंड में 88.13 मीटर दूर भाला फेंकने में सफल रहे। नीरज पांचवें राउंड में फेल हो गए। पीटर्स 90.54 मीटर की दूर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब हुए। चेक गणराज्य के जाकुब वादलेज्च 88.09 स्कोर के साथ कांस्य जीतने में सफल हुए।

वहीं दूसरी ओर रोहित यादव ने फाइनल में 10वां स्थान हासिल किया। वह तीसरे राउंड के बाद बाहर हो गए। उन्होंने पहले राउंड में 77.96, दूसरे राउंड में 78.05 और तीसरे राउंड में 78.72 मीटर दूर भाला फेंका।

जूनियर विश्व चैंपियनशिप से सीनियर विश्व चैंपियनशिप

अगर नीरज चोपड़ा को एक के बाद एक टूर्नामेंट में सफलता यू हीं नहीं मिली। ओलंपिक में गोल्ड के बाद ही नीरज ने वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी के लिए जुट गए। इससे पहले वह 2016 में जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर के अंडर-20 विश्व रिकॉर्ड के साथ ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद सुर्खियों में आए। इसके बाद नीरज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। नीरज 2017 में सेना से जुड़े। तब नीरज ने कहा था कि हम किसान हैं। परिवार में किसी के पास सरकारी नौकरी नहीं है। मेरा परिवार बड़ी मुश्किल से मेरा साथ देता आ रहा है। अब राहत की बात है कि मैं अपने प्रशिक्षण को जारी रखने के अलावा अपने परिवार का आर्थिक रूप से समर्थन करने में सक्षम हूं।

जीवन में तमाम उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहा और एक समय ऐसा भी आया, जब नीरज के पास कोच नहीं था। बावजूद इसके नीरज ने हार नहीं मानी और यूट्यूब चैनल से विशेषज्ञों के टिप्स समझकर अभ्यास किया। अपनी तमाम कमियों को दूर किया। किशोरावस्था में हरियाणा के पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में पसीना बहाने वाले नीरज को इसी मैदान पर इस खेल से प्यार हुआ।

इस चैंपियनशिप के बाद नीरज कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए रवाना होंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन इंग्लैंड के बर्मिंघम में 28 जुलाई से आठ अगस्त तक होगा।

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