चंडीगढ़ प्रदेेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने प्रशासक को पत्र लिखकर अग्नि पीड़़ित परिवारों के पुनर्वास व मुआवजे की मांग की
CHANDIGARH: सेक्टर-25 की झुग्गियों में शनिवार को गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग लग जाने के कारण प्रभावित हुए करीब एक दर्जन गरीब परिवारों की मदद के लिए चंडीगढ़़ प्रदेश महिला कांंग्रेेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर को पत्र लिखकर उनके पुनर्वास तथा पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही गैस कंपनी से भी संबंधित परिवारों को मुआवजा देने की मांग करते हुए चेेतावनी दी है कि यदि इन पीड़ित परिवारों की तुरंत सहायता नहीं की गई तो चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस पीड़ित परिवारोंं को साथ लेकर संंघर्ष करेगी।
एचपी कंपनी पर लापरवाही का आरोप
दीपा दुबेे ने एक बयान में कहा कि आग से तकरीबन 10 -12 झुग्गियां जलकर खाक हो गई और एक झुग्गी, जिसमें शादी की तैयारियां चल रही थीं, पूरी तरीके से तबाह हो गई। दुुबे ने कहा कि सूत्रों से यह पता चला है कि सिलेंडर खत्म होने पर जब नया सिलेंडर लगाया गया तब यह ब्लास्ट हुआ, क्योंकि सिलेंडर एक हफ्ते पहले से ही लीक हो रहा था। एच.पी. कंपनी की लापरवाही की कीमत झुग्गी में रहने वाले लोगों को अपना सब कुछ गंवा कर देनी पड़ी है। जिन झुग्गियों में आगजनी हुई है उसके आसपास 500 से 600 झुग्गियांं हैं, जिसमें एक झुग्गी में औसतन 5 से 7 लोग रहते हैं और सब प्राइवेट कार्य करते हैं।
मलोया के ईडब्ल्यूएस मकानों में शिफ्ट करने की मांग
दीपा दुबे ने प्रशासक को पत्र लिखकर कहा है कि इस वक्त पूरा देश करोना महामारी से गुजर रहा है और चंडीगढ़ वासियों को पहले ही आए दिन नए टैक्स का बोझ झेलना पड़ रहा है। झुग्गियों में रह रहे लोग किसी और आपदा का शिकार न होंं, इसलिए इनको तुरंत मलोया के जो ईडब्ल्यूएस के मकान खाली पड़े हैं और जो घर कॉलोनी वासियों को अलॉट किए गए थे उनमें से काफी घर अभी भी खाली पडे हैं, वहां इनके किराए पर रहने की व्यवस्था की जाए। कोरोना के इस दौर में इन्हें लावारिस नहीं रखा जा सकता। साथ ही इनकी आर्थिक हालत को देखते हुए फिलहाल आधे किराये पर कमरे या मकान दिए जाएं, ताकि यह अपनी गुजर बसर कर सके। इससे सरकार की भी आमदनी होगी और लोगों के ऊपर छत भी हो जाएगी।
चंडीगढ़़ वासियों से भी गरीब परिवारों की मदद करने की अपील
दीपा दुबे का यह भी कहना है कि एच.पी. कंपनी के साथ प्रशासन भी इन लोगों को उचित मुआवजा दे, क्योंकि इनके पास न खाने को पैसे हैं, न पहनने को कपड़े बचे हैंं। खासकर जिस घर में शादी थी, उन्होंने तिनका-तिनका करके जुड़ा हुआ धन इस अग्निकांड में गंवा दिया तो प्रशासन इस परिवार के लिए भी कुछ करे। दीपा दुबे ने चंडीगढ़ वासियों से भी अपील की है कि किसी भी तरीके की मदद, चाहे वह कपड़ा हो या धनराशि या कोई भी घरेलू सामान जैसे बर्तन, चादर इत्यादि जो उनके काम का नहीं है या अत्यधिक है, वह अग्नि पीड़ित लोगों तक पहुंचाएं, क्योंकि इन्होंने अपना सब कुछ खो दिया है।
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