चंडीगढ़ में कांग्रेस ने महंगाई के खिलाफ किया जोरदार धरना-प्रदर्शन, भाजपा सरकार का पुतला फूंका
CHANDIGARH, 7 APRIL: चंडीगढ़ कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ नगर निगम के कार्यालय सैक्टर-17 के सामने नगर निगम द्वारा पानी की दरों में भारी वृद्धि और देश में मोदी सरकार की नीतियों के कारण कमर तोड़ महंगाई के विरोध में धरने का आयोजन किया। यह धरना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा पार्टी की स्थानीय इकाई को भाजपा की केंद्र सरकार और चंडीगढ़ नगर निगम की विफलताओं को उजागर करने के लिए दिए गए कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया गया था।
धरने में पार्टी द्वारा देश के मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को लूटने और उनकी बचत और संपत्ति को अमीर कॉर्पोरेट्स की ओर स्थानांतरित करने के उद्देश्य से मोदी सरकार द्वारा करों में की जा रही अभूतपूर्व वृद्धि की आलोचना की गयी एवं इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए भविष्य में इस तरह के कार्यक्रम और जन जागरण अभियान आयोजित करने का फैसला भी लिया गया। धरने का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला ने किया।
इस अवसर पर पवन बंसल ने कहा कि अब यह एक नियम बन चुका है कि हर बार जब भाजपा देश में कहीं भी चुनाव जीतती है तो वह अधांधुध महंगाई बढ़ाकर इसकी खुशी मनाती है। यह भाजपा के अहंकार और तानाशाही रवैये का परिचायक है। उन्होंने कहा कि 2021 के चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों के दौरान चंडीगढ़ के सभी राजनीतिक दलों ने चंडीगढ़ में करों में वृद्धि नहीं करने का वादा किया था। पानी की दरों में भारी वृद्धि को भाजपा द्वारा चंडीगढ़ के लोगों के साथ विश्वासघात करार देते हुए उन्होंने इस मुद्दे पर भाजपा के साथ हाथ मिलाने के लिए आम आदमी पार्टी की भी आलोचना की।
इस अवसर पर सुभाष चावला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चंडीगढ़ नगर निगम और चंडीगढ़ प्रशासन के सामने चंडीगढ़ के लोगों की आवाज उठाना जारी रखेगी। भाजपा नीत नगर निगम और मोदी सरकार के कुशासन और जनविरोधी नीतियों को उजागर करने के लिए जल्द ही एक जन जागरण अभियान भी शुरू किया जाएगा। अंत में भाजपा विरोधी नारों के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला फूंका। धरने में शामिल होने वालों में गुरबख्श रावत, कमलेश, दीपा दुबे, गुरप्रीत गापी, जसबीर बंटी, दिलावर, अजय शर्मा, गुरचरण और युवा कांग्रेस कार्यकर्ता और चंडीगढ़ प्रदेश और जिला कांग्रेस समितियों के पदाधिकारी थे।