CHANDIGARH: कोरोना काल में विटामिन-सी को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के रूप में जाना गया। लेकिन विटामिन सी वो महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करता है। लेकिन कोरोना काल से इस ओर लोगों ने ज्यादा ध्यान दिया। कितना जरूरी है विटामिन सी इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।
बेहतर सेहत के लिए तरह-तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। उनमें से ही एक है विटामिन सी। इसकी क्या उपयोगिता है इस बारे में कलावती सरन अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ कमल कुमार सिंघल बताते हैं कि यह एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो हमारे शरीर की कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभाव से बचाता है। ये तब बनते हैं जब हमारा शरीर भोजन से ऊर्जा बनाता है। जब शरीर पर वायु प्रदूषण का, सिगरेट के धुएं, पराबैंगनी प्रकाश का प्रभाव होता है तो उससे भी फ्री रेडिकल्स बनते हैं। इस अवस्था में ये कोलेजन बनाने में मदद करता है, जिससे हमारे घाव जल्दी ठीक होते हैं और हड्डियों को मजबूत करता है।
विटामिन सी का लाभ
>शरीर में रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में सहायक होता है
>विटामिन-सी घावों को भरने व ठीक करने में सहायक है
>हड्डियों, त्वचा और रक्त वाहिकाओं के लिए बेहद उपयोगी है विटामिन सी
>आयरन को शरीर में अवशोषित करने में विटामिन-सी की महत्वपूर्ण भूमिका होती है
>कई बीमारियों से बचाव में उपयोगी है
>रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में सहायक
फल-सब्जी में सबसे ज्यादा विटामिन-सी
डॉ कमल बताते हैं कि फल और सब्जियां विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में मिलती है। इसमें खट्टे फल संतरा, अंगूर, नींबू, आंवला इनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। इसके अलावा टमाटर, स्ट्रॉबेरी, कीवी में भी विटामिन सी पाया जाता है। छोटे बच्चे जो मां के दूध पर निर्भर रहते हैं उनमें विटामिन सी की कमी को रोकता है। हालांकि ये भी ध्यान रखना है विटामिन सी जल्दी नष्ट भी होता है। जैसे अगर किसी खाद्य पदार्थ को ज्यादा पकाएंगे या जूस आदि को देर तक रखेंगे या फूड प्रोसेसिंग से भी विटामिन नष्ट हो जाता है।
अगर कोई अपने आहार में फल, सब्जी आदि खाता है तो उसे विटामिन सी के सप्लीमेंट की जरूरत नहीं होती है। लेकिन अगर कोई कुपोषित है या ऐसे फल सब्जी नहीं खाते हैं तो सप्लीमेंट की जरूरत पड़ सकती है। ~(PBNS)