मुख्यमंत्री ने राज्य में सहायक कृषि धंधों को बड़े स्तर पर उत्साहित करने का ऐलान किया
CHANDIGARH, 28 SEPTEMBER: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए सहायक कृषि धंधों को बड़े स्तर पर उत्साहित करेगी। मुख्यमंत्री ने एक लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग की क्षमता वाला वेरका मिल्क प्लांट लोगों को समर्पित करने के उपरांत इक्ट्ठ को संबोधन करते हुये कहा कि किसानी को संकट में से निकालना समय की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि लागतें बढ़ने और घटती आय के कारण कृषि अब लाभदायक धंधा नहीं रहा। भगवंत मान ने कहा कि ऐसी स्थिति में सहायक धंधे ही किसानों को राहत दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे किसानों की खेतों पर निर्भरता घटेगी। उन्होंने कहा कि 15 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया यह प्रोजैक्ट डेयरी सैक्टर को बड़ा प्रोत्साहन देगा। भगवंत मान ने कहा कि डेयरी के धंधे को उत्साहित करने के साथ-साथ राज्य में नकली दूध की सप्लाई को रोकने में भी मदद करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्लांट से छह गुणा अधिक क्षमता वाला एक और प्लांट लुधियाना में 100 करोड़ रुपए की लागत से लग रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्लांट भी जल्दी ही लोगों को समर्पित कर दिया जायेगा। भगवंत मान ने बताया कि इन प्लांटों की गुणवत्ता की जांच भी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि खरीद के बुनियादी ढांचे को अपग्रेड करना समय की ज़रूरत है जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि गाँवों से बढ़िया क्वालिटी वाला दूध खरीदा जा सके और फिर प्रोसेसिंग के बाद खपतकारों को सप्लाई की जाये। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि मिलकफैड्ड अपने ब्रांड ‘वेरका’ को नये आयाम की तरफ लेकर जायेगा, जहाँ एकमात्र उद्देश्य सामुहिक विकास होगा। भगवंत मान ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनकी सरकार पंजाब के डेयरी किसानों को अधिक से अधिक सहयोग करने और बढ़िया भाव देने के लिए यत्न कर रही है।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि नौजवानों में डेयरी धंधे को बढ़ावा देने के लिए किसान हितैषी स्कीमें लागू की जानी चाहिएं जिससे उनको आर्थिक तौर पर आत्म-निर्भर बनाया जा सके। भगवंत मान ने कहा कि वेरका के उत्पादों जैसे घी, दूध, दही, खीर और अन्य वस्तुओं की विश्व भर में अथाह संभावना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वेरका की सप्लाई 30,000 लीटर है जिसको जल्द ही बढ़ा कर 2 लाख लीटर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च होते हैं और लोकतंत्र में उनके पास ही सबसे बड़ी ताकत होती है। उन्होंने कहा कि लोगों ने ऐसे नेताओं को सत्ता से एक तरफ़ कर दिया है, जिन्होंने राज्य के लिए काम नहीं किया और उनको राज्य की सेवा करने का मौका दिया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के लोगों के ठुकराये नेता जन कल्याण के लिए काम करने की बजाय राज्य सरकार के हर जन हितैषी प्रयासों में कमी निकाल रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं के पास राज्य सरकार की तरफ से लिए गए कई नागरिक केंद्रित फ़ैसलों की आलोचना करने के इलावा और कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी मुद्दे को लेकर यह नेता सिर्फ़ नुकताचीनी करने के लिए ही राज्य सरकार की आलोचना कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार इससे बेखौफ होकर लोगों की भलाई और राज्य के विकास के लिए काम करती रहेगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने मिलकफैड्ड में नये भर्ती हुए नौजवानों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी, विधायक रणबीर सिंह भुल्लर, रजनीश दहिआ, नरेश कटारिया, जगदीप गोल्डी, गुरदित्त सिंह सेखों और नरिन्दर पाल सवना, मिलकफैड्ड के चेयरमैन नरिन्दर सिंह शेरगिल्ल, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव रवि भगत, मिल्क फैड के एम. डी. अमित ढाका, डिप्टी कमिश्नर फ़िरोज़पुर अमृत सिंह, एस. एस. पी. फिरोजपुर सुरिन्दर लांबा और अन्य भी उपस्थित थे।