CHANDIGARH, 8 AUGUST: पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार द्वारा आज संसद में इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी बिल लाए जाने को लेकर आलोचना की है।
उन्होंने कहा कि यह देश के संघीय ढांचे पर एक अन्य हमला है, क्योंकि बिजली राज्यों से जुड़ा विषय है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने पंजाब सरकार को इस बिल को पास किए जाने के विरुद्ध रणनीति बनाने की अपील की है और उनकी पार्टी की ओर से पूर्ण समर्थन का भरोसा दिया है। उन्होंने बिल के खिलाफ मजबूत पक्ष पेश करने हेतु एक सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की सलाह भी दी है, जिसके पंजाब के लिए गंभीर नतीजे निकलेंगे। वड़िंग ने भाजपा सरकार की किसानों द्वारा एक वर्ष चलने वाले धरने को वापस लेते वक्त जताई गई वचनबद्धता से पीछे हटने को लेकर भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी बिल को वापस लेना किसानों की मांगों में से एक थी और सरकार ने उस पर सहमति प्रकट की थी, लेकिन वह अब उससे पीछे हट गई है।
उन्होंने आशंका जाहिर की कि इस बिल को लाने का मुख्य उद्देश्य सब्सिडीज को खत्म करना और बिजली का उत्पादन व वितरण पूरी तरह से निजी कंपनियों के हवाले करना है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों के पास मजबूती के साथ बिल का विरोध करने और इसे संसद में पास होने से रोकने के लिए अभी भी समय है और एकजुट होकर लड़ना समय की जरूरत है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि यदि जरूरत पड़ी, तो कांग्रेस पार्टी बिल के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करेगी और सुनिश्चित करेंगे कि यह लागू ना हो। उन्होंने कहा कि जो पंजाब में कांग्रेस सरकार के रहते नहीं हो सका, जिसने तीनों काले कानूनों के खिलाफ खुले दिल से किसानों का समर्थन किया था, वह अब लागू हो सकता है। हालांकि इलेक्ट्रिसिटी बिल के खिलाफ भी उसी तरह का आंदोलन शुरू किया जाएगा।