UVM ने मोदी को लिखा पत्र: कॉर्नर बूथों की साइड में दरवाजा या खिड़की खोलने की इजाजत देने की मांग की

PMO ने UVM का पत्र चंडीगढ़ प्रशासन को कार्रवाई के लिए भेजा, दुकानदारों को राहत मिलने की उम्मीद: कैलाश जैन

CHANDIGARH, 15 NOVEMBER: उद्योग व्यापार मंडल (UVM) चंडीगढ़ ने शहर में कॉर्नर वाले बूथों अथवा दुकानों की साइड में दरवाजा खोलने की इजाजत दिए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है और चंडीगढ़ के दुकानदारों को राहत देने की अपील की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस पत्र का संज्ञान लेते हुए इसे चण्डीगढ़ प्रशासन को कार्रवाई के लिए अग्रेषित कर दिया है, जिससे इन दुकानदारों को राहत मिलने की आस जाग गई है।

इस संबंध में यूवीएम अध्यक्ष कैलाशचंद जैन का कहना है कि इन दुकानदारों से जगह की पूरी कीमत वसूलने के बावजूद इन्हें दुकान के इस हिस्से का लाभ लेने से वंचित रखा जा रहा है। यह साइड कॉरिडोर दुकान के मालिक व उसमें कारोबार कर रहे दुकानदार के साथ अन्याय है। इसके विपरीत इस जगह का दूसरे लोगों द्वारा मिसयूज हो सकता है। जैन ने कहा कि साइड ओपनिंग से दुकानदार अपने साइड वाली जगह का भले ही पूरी तरह इस्तेमाल नहीं कर सकता लेकिन अपनी दुकान की डिस्प्ले तो कर ही सकता है। कम से कम साइड से उसकी दुकान नजर आएगी। बरामदा बेशक पब्लिक कॉरिडोर है लेकिन जब दुकान मालिक ने इस बरामदे की कीमत दी है तो इस तरफ से ग्राहक अटेंड करने का अधिकार भी उसे होना चाहिए।

कैलाश जैन ने कहा कि कार्नर बूथ में साइड दरवाजा खोले जाने की इजाजत दिए जाने से किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी और न हीकोई अतिरिक्त एफ.ए.आर. बढ़ेगी। जैन ने बताया कि यूवीएम द्वारा समय-समय पर चंडीगढ़ प्रशासन से इस बारे में निवेदन किया जाता रहा है लेकिन प्रशासन के अधिकारी इस पर कोई सकारात्मक रवैया नहीं अपना रहे हैं। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय से प्रशासन को निर्देश देने का अनुरोध किया। जैन ने प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा उनके पत्र का संज्ञान लिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त किया है।

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