नर्सरियों में पौधे उगाने के लिए प्लास्टिक की थैलियों के बजाय नारियल के खोल का हो प्रयोग

पूर्व भाजपा पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली ने चंडीगढ़ के प्रशासक को लिखा पत्र

CHANDIGARH, 8 JULY: भारतीय जनता पार्टी के प्रशिक्षण विभाग के चंडीगढ़ प्रदेश संयोजक एवं पूर्व पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली ने चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि प्लास्टिक-मुक्त चंडीगढ़ बनाने के लिए नगर निगम, वन विभाग एवं चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा संचालित उद्यान-गृह (नर्सरी) में पौधे उगाने हेतु प्लास्टिक की थैली के स्थान पर नारियल के खोल का प्रयोग करने के निर्देश दिए जाएं।

देवशाली ने कहा कि वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व प्लास्टिक से छुटकारा पाने के लिए संघर्ष कर रहा है, चंडीगढ़ भी इसमें अपवाद नहीं है। एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक से शहर को मुक्त करने के लिए विभिन्न स्तरों पर अभियान भी चलाए जा रहे हैं। चंडीगढ़ को हरा-भरा रखने के लिए प्रति वर्ष लाखों की संख्या में पौधे लगाए जाते हैं, जिन्हें नगर निगम, वन विभाग एवं चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा संचालित उद्यान-गृह (नर्सरी) में तैयार किया जाता है। देवशाली ने कहा कि इन पौधों को प्लास्टिक की थैलियों में तैयार किया जाता है और भारी मात्रा में प्लास्टिक इस कार्य में उपयोग किया जाता है, जिस कारण शहर को प्लास्टिक-मुक्त करने के प्रयास धराशाई हो रहे हैं।

पूर्व पार्षद देवशाली ने कहा कि उद्यान-गृह में पौधे उगाने के लिए प्लास्टिक की थैली के स्थान पर नारियल का खोल एक बेहतर विकल्प है। देश के कुछ भागों में ऐसे प्रयास किए गए हैं और सफल भी हुए हैं। चंडीगढ़ में भी बड़ी संख्या में ‘नारियल-पानी’बिकता है, जिसे पीने के उपरांत नारियल को फेंक दिया जाता है और इसके निस्तारण में भारी राशि खर्च होती है। देवशाली ने कहा कि उद्यान-गृह में पौधे उगाने के लिए प्लास्टिक की थैली के स्थान पर नारियल का खोल प्रयोग करने से जहां प्लास्टिक-मुक्त चंडीगढ़ बनाने के प्रयास को बल मिलेगा, वहीं नारियल के खोल के निस्तारण पर किए जाने वाले खर्च से भी मुक्ति मिलेगी और संभवतः प्रदूषण भी कम होगा।

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