कहा- भर्ती घोटालों को अंजाम देने के लिए कोर्ट को भी गुमराह कर रही है सरकार
भर्ती माफिया को बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है बीजेपी-जेजेपी सरकार
CHANDIGARH, 29 APRIL: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि सारे रिकॉर्ड तोड़ने के बाद अब बेरोजगारी प्रदेश के युवाओं के लिए जानलेवा साबित हो रही है। भिवानी के तालु निवासी युवा पवन ने बेरोजगारी से तंग आकर अपनी जान दे दी। वह लंबे समय से फौज की भर्ती का इंतजार कर रहा था लेकिन सरकार ने भर्ती नहीं निकाली। अपना भविष्य अन्धकार में जाता देख आखिरकार पवन की हिम्मत जवाब दे गई। नेता प्रतिपक्ष ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट कीं।
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के युवा आज देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहे हैं। इसलिए उनमें सबसे ज्यादा हताशा देखने को मिल रही है। इसका नतीजा आज सबके सामने है। बेरोजगारी के चलते युवा अपराध व नशे की गिरफ्त में फंस रहे हैं। कुछ युवा हताश होकर पवन जैसा कदम उठा लेते हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश के युवाओं से भी अपील की है कि वे हौसला न हारें और निराशा में इस प्रकार का कोई भी कदम न उठायें। आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने बेरोजगारी के साथ भर्ती घोटालों को लेकर भी बीजेपी-जेजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने पिछले दिनों एचएसएससी क्लर्क भर्ती का जिक्र करते हुए कहा कि आखिरकार वहीं हुआ जिसका डर था। कोर्ट ने भर्ती को रद्द कर दिया। सरकार के कारनामों का खामियाजा निर्दोष युवाओं को भुगतना पड़ा। लेकिन कोर्ट में मुंह की खाने के बाद भी सरकार बाज नहीं आ रही है। इसलिए अब वह एचसीएस प्रिलिमनरी का रिजल्ट भी घोषित करने की तैयारी में है। ये वहीं भर्ती है जिसमें एचपीएससी के डिप्टी सेक्रेटरी अनिल नागर को रंगे हाथों लाखों रुपये लेते गिरफ्तार किया गया था।
हुड्डा ने कहा कि घोटालेबाजों को बचाने के लिए सरकार इस हद तक आगे बढ़ चुकी है कि जिस भर्ती में घोटाले के पैसे एचपीएससी के दफ्तर से बरामद हुए हैं, सरकार उन पर भी कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। स्पष्ट है कि सरकार भर्ती माफिया के सुरक्षा कवच की तरह कार्य कर रही है। उसने पेपर लीक, कैश फॉर जॉब और इंटरव्यू घोटालों के दोषियों को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रखा है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार द्वारा गठित कौशल रोजगार निगम को युवा प्रतिभाओं के शोषण का अड्डा बताया है। हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में उन्होंने जिस ठेका प्रथा पर अंकुश लगाया था, मौजूदा सरकार फिर से उसे आगे बढ़ा रही है। अब सत्ता में बैठे लोग खुद ठेकेदार बनकर बैठ गए हैं। कौशल रोजगार निगम के तहत होने वाली भर्तियों में जमकर नोटों की गड्डियां चल रही हैं। युवाओं से कम वेतन की कच्ची भर्ती के लिए भी हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं।
सरकार इस नयी ठेकेदारी व्यवस्था के जरिए अलग-अलग विभागों में कच्ची भर्तियां कर रही है। जबकि उसे एचपीएससी व एचएसएससी के जरिए पक्की भर्तियां करनी चाहिए। लेकिन लगता है कि सरकार पक्की नौकरियां खत्म करने का मन बना चुकी है। विपक्ष इसका सड़क से लेकर सदन तक विरोध करेगा और युवाओं के भविष्य से हो रहे इस खिलवाड़ को बंद करवाया जाएगा।