दोनों के.टी.एफ. प्रमुख की हिदायतों पर जनवरी में फिल्लौर के पुजारी पर गोलीबारी करने के मामले में भी थे शामिल
एक अन्य आरोपी की तलाश जारी, तीन सह-साजिशकर्ता कनाडा में: डी.जी.पी.
CHANDIGARH: पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान टाइगर फोर्स (के.टी.एफ.) के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है जो डेरा प्रेमी की हत्या और एक पुजारी पर गोलियाँ चलाने समेत पिछले एक साल से भी कम समय में कई घृणित जुर्मों में शामिल थे। ये दोनों के.टी.एफ. के कनाडा आधारित प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के दिशा-निर्देशों पर काम कर रहे थे जिसका नाम संयोगवश खालिस्तानी संचालकों की सूची में डाला गया था जो सूची मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कैनेडियन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को 2018 में उनके भारत दौरे केे समय सौंपी थी।
लवप्रीत सिंह उर्फ रवि और राम सिंह उर्फ सोनू को शनिवार देर रात रेलवे क्रॉसिंग मेहना, जिला मोगा नजदीक सीनियर सेकंडरी स्कूल के पिछे से गिरफ्तार करके पुलिस द्वारा एक और डेरा प्रेमी को मारने की योजना को नाकाम कर दिया है, जिसको ये दोनों श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी मामलों संबंधी बदला लेने के लिए निशाना बना रहे थे। गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों के पास से तीन 0.32 बोर पिस्तौलों के साथ 38 जिंदा कारतूस और एक 0.315 बोर पिस्तौल के साथ 10 जिंदा कारतूसों के अलावा दो मैगजीनें भी बरामद हुई हैं।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने रविवार को खुलासा किया कि निझ्झर के अलावा के.टी.एफ. के तीन अन्य सह-साजिशकर्ता / मास्टरमाईंड हैं जिनकी पहचान अर्शदीप, रमनदीप और चरनजीत उर्फ रिंकू बिहला के तौर पर की गई है, यह सरे (बीसी) कनाडा में छिपे हुए हैं जबकि कमलजीत शर्मा उर्फ कमल अभी फरार है। उन्होंने आगे बताया कि अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श पुत्र चरनजीत सिंह निवासी गाँव डल्ला (मोगा) और रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज पुत्र सुखजिन्दर सिंह निवासी फिरोजपुर क्रमवार 2019 और 2017 में कानूनी तौर पर कनाडा गए थे जबकि चरनजीत सिंह उर्फ रिंकू बिहला पुत्र गुरजीत सिंह निवासी गाँव बिहला, जिला बरनाला लगभग 2013-14 में गैर कानून तरीके से कनाडा गया था।
श्री गुप्ता ने बताया कि प्राथमिक जांच, जिसका नेतृत्व एसएसपी मोगा, हरमनबीर सिंह गिल ने की थी, दौरान पता चला कि लवप्रीत उर्फ रवि और कमलजीत शर्मा उर्फ कमल, अर्शदीप को जानते थे क्योंकि ये सभी बचपन से ही एक ही गाँव के थे। राम सिंह उर्फ सोनू निवासी घल खुर्द, जो आईटीआई मोगा का विद्यार्थी था, कमल को कॉलेज के दिनों से ही जानता था। अर्शदीप ने इन सभी को पैसे दिए थे जो उसने वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर के जरिये भेजे थे।
पिछले साल 20 नवंबर को सोनू और कमल ने जिला बठिंडा के भगत भाई का में डेरा प्रेमी मनोहर लाल की हत्या की थी। डी.जी.पी. ने बताया कि सोनू ने दोनों हाथों में मौजूद पिस्तौलों के साथ 3-4 गोलियाँ चलाईं और कमल ने भी फायर किये।
इस साल 31 जनवरी को फिल्लौर (जालंधर ग्रामीण) के गाँव भर सिंह पूरा में एक पुजारी कमलदीप शर्मा पर गोलीबारी में सोनू और कमल भी शामिल थे। पुजारी को तीन बार गोली मारी गई थी, जिस कारण हमले में एक लडक़ी समेत वह गंभीर रूप में जख्मी हो गए थे, शक है कि यह हमला निज्जर के निर्देशों पर किया गया था। सितम्बर 2020 में, निज्जर को भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने एक आतंकवादी घाषित किया था और एनआईए ने यूएपीए की धारा 51 ए के अंतर्गत भर सिंह पुरा गाँव में उसकी जायदाद जब्त कर ली थी।
कमल और रवि, अर्शदीप (जो उस समय भारत आया था) के साथ मिलकर 27 जून, 2020 को अपने साथी सुखा लांमा की हत्या कर दी थी। उन्होंने गाँव डल्ला में एक उजड़े पड़े मकान में सुखा को जहर दिया और फिर उसका मुँह जलाने के बाद लाश को पुल माधोके में दौधर नहर में फेंक दिया। इससे पहले 25 जून को रवि, कमल और सुखा ने जिला लुधियाना (ग्रामीण) के गाँव लम्मा जट पुरा में मान के घर पर फायरिंग भी की थी।
कुछ दिनों बाद, 14 जुलाई, 2020 को रवि और कमल ने मोगा शहर के लोगों का शोषण करने, फिरौती लेने और दहशत पैदा करने के लिए सुपर शाईन कपड़े के स्टोर के मालिक तेजिन्दर उर्फ पिंका को मार दिया था। जांच में पता चला कि रवि ने पिंका पर फायरिंग की थी और कमल दुकान के बाहर खड़ा था। हाल ही में हुई घटना में, इस साल 9 फरवरी को, रवि और सोनू ने शर्मा स्वीट्स, मोगा के मालिक को भी मारने की कोशिश की थी।
डीजीपी ने कहा कि मुलजिमों के अन्य संबंधों और पहले किये गए अन्य अपराधों का पता लगाने संबंधी जांच जारी है। फरार मुलजिम कमल की गिरफ्तारी के लिए खोज शुरू कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि निज्जर के विरुद्ध रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है और कुछ समय पहले कैनेडियन अधिकारियों द्वारा नॉ फ्लाई लिस्ट में भी उसे शामिल कर दिया गया था, अब उसके विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय वारंट जारी किये जाएंगे और कैनेडा आधारित अन्य कट्टरपंथियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किये जाएंगे। श्री गुप्ता ने कहा कि सरकार मुकद्मा चलाने और आपराधिक कार्यवाहियों के लिए उनको भारत भेजने की अपील भी करेगी।