आज की कविताः खामोशी, खामोश हो जाएगी…
जिद तुम्हारी टूट जाएगीजब याद हमारीकेवल याद बन जाएगी। तुम चुपके सेमेरी खामोशी पढ़नाखामोशी जबखामोश हो जाएगी। मजा हैबदल जाने मेंबदला लेने में नहींबदल गए हम तोफितरत बदल जाएगी। खोने का अहसास है क्यापूछो मेरे दिल से जराकहना बहुत चाहा मगरचुप रहे हम सदा। नए रिश्ते जुड़ते हैंपुराने टूटने के बाददिल बहुत रोता हैदर्द फूटने … Continue reading आज की कविताः खामोशी, खामोश हो जाएगी…
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