CHANDIGARH: चंडीगढ़ के मेयर चुनाव की तस्वीर सोमवार को यानी आज क्लीयर हो जाएगी। मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के पदों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा पर अपने पत्ते छिपाए बैठी भाजपा की चुप्पी की डैडलाइन अब खत्म हो गई है। शाम को तीन बजे कांग्रेस के उम्मीदवार भाजपा को औपचारिक रूप से इस चुनाव के लिए चुनौती दे देंगे। आज इस चुनाव के लिए नामांकन का अंतिम दिन है। लिहाजा, भाजपा को भी अपने उम्मीदवार घोषित करने ही पड़ेंगे।
8 जनवरी को होना है चुनाव
गौरतलब है कि चंडीगढ़ नगर निगम सदन के पांच साल के कार्यकाल में हरेक साल के लिए जनवरी में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का नया चुनाव होता है। 2021 मौजूदा निगम सदन के पांच साल के कार्यकाल का अंतिम वर्ष है। इस साल के अंत में फिर पांच साल के लिए नए निगम सदन का चुनाव होगा। इससे पहले 2021 के लिए नए मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव 8 जनवरी को होना है। निगम सदन के भीतर ही इस चुनाव की प्रक्रिया शुक्रवार को सुबह 11 बजे शुरू होगी। इसके लिए कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुकी है, जबकि भाजपा में कई दावेदार होने के कारण रविवार तक नामों पर मंथन होता रहा। रविवार को चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम भी चंडीगढ़ पहुंच गए थे।
कांग्रेस उम्मीदवार आज शाम 3 बजे करेंगे नामांकन
सूत्रों के मुताबिक भाजपा आज शाम 3 बजे से पहले अपने उम्मीदवार तय कर देगी। संभवतः उम्मीदवारों के नामों की घोषणा के बजाय उन्हें सीधे नामांकन कराने के लिए ले जाया जाएगा। बता दें कि नगर निगम सदन में इस समय भाजपा बहुमत में है और भाजपा के लिए यह चुनाव जीतना मुश्किल नहीं है। इसलिए भाजपा के कई मौजूदा पार्षद, जो पिछले चार साल में मेयर नहीं बन पाए, इस अंतिम साल में मेयर की कुर्सी पर बैठना चाहते हैं, क्योंकि 2022 में तो उन्हें निगम सदन तक ही पहुंचने के लिए पहले नया जनादेश लेना पड़ेगा। दूसरी तरफ, कांग्रेस से मेयर पद के लिए उम्मीदवार देविंदर सिंह बबला, सीनियर डिप्टी मेयर की प्रत्याशी रविंद्र कौर गुजराल व डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार सतीश कुमार कैंथ आज शाम 3 बजे नगर निगम दफ्तर में इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।
चुनाव में सांसद किरण खेर की राह तकेंगी सबकी निगाहें
मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में मौजूदा सभी 26 निर्वाचित पार्षद मतदान करेंगे। हालांकि निगम सदन में सांसद भी पदेन सदस्य हैं और उन्हें इस चुनाव के लिए मताधिकार भी हासिल है लेकिन सभी के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि पिछले करीब 10 महीने से लोगों के बीच नहीं आ रहीं चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर इस चुनाव में वोट डालने के लिए आएंगी या नहीं।