जालंधर और लुधियाना में दो एफआईआर दर्ज
पिछले भ्रष्टाचार के केस में डीड राइटर को भी किया गिरफ़्तार
CHANDIGARH, 01 JULY: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की प्रमुख प्राथमिकता राज्य की प्रशासनिक प्रणाली में भ्रष्टाचार को ख़त्म करना है, जिसके अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर मिली शिकायतों के आधार पर दो नयी एफआईआर दर्ज़ की गई हैं और पटवारी और डीड राईटर सहित तीन व्यक्तियों को भ्रष्टाचार के दोष के तहत गिरफ़्तार किया गया है। यह जानकारी विजीलैंस ब्यूरो के चीफ़ डायरैक्टर वरिन्दर कुमार ने आज दी।
पहले मामले में बंगा में तैनात पटवारी मानवदीप सिंह और उसके साथी नवजोत कुमार उर्फ लवी को शिकायतकर्ता से ज़मीन के तबादले के इंतकाल दर्ज करवाने के बदले 2000 रुपए की नाजायज रिश्वत लेने के दोष में गुरूवार को गिरफ़्तार किया गया था। इस सम्बन्धी थाना विजीलैंस ब्यूरो, रेंज जालंधर में भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट की धारा 7 और 7 ए के अंतर्गत एफआईआर नंबर 9 तारीख़ 30 जून, 2022 दर्ज़ की गई है।
एक अन्य मामले में लुधियाना कमिशनरेट के थाना दुग्गरी में तैनात ए. एस. आई. मनजीत सिंह के खि़लाफ़ शिकायतकर्ता के विरुद्ध हुए एक पुराने केस के सम्बन्ध में अदालत में चालान पेश करने के बदले 1500 रुपए की रिश्वत लेने के दोष में मामला दर्ज किया गया है। एएसआई शिकायतकर्ता से 3000 रुपए और रिश्वत की माँग कर रहा था। इस सम्बन्धी भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट की धारा 7 के अधीन एफ. आई. आर नंबर 7 तारीख़ 28. 06. 2022 थाना विजीलैंस ब्यूरो, लुधियाना में दर्ज की गई है और पुलिस दोषी ए. एस. आई. को पकडऩे के लिए छापेमारी कर रही है।
इसके इलावा विजीलैंस ब्यूरो की टीमों ने गुरूवार को तहसील दफ़्तर जालंधर में तैनात डीड राईटर (आरज़ी नवीस) मुकुल गुप्ता को भी भ्रष्टाचार के पिछले एक केस में गिरफ़्तार किया है, जिसमें उसने शिकायतकर्ता के प्लॉट की बिना एनओसी के रजिस्टरी करवाने के बदले 20,000 रुपए की ग़ैर- कानूनी रकम वसूल की थी। भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट की धारा ए के अंतर्गत मुकदमा नंबर 08 तारीख़ 10. 06. 2022 को थाना विजीलैंस ब्यूरो, रेंज जालंधर में दर्ज किया गया था।
जि़क्रयोग्य है कि मुख्यमंत्री के तौर पर पद संभालने के बाद भगवंत मान ने भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन 9501200200 की शुरुआत की और पंजाब के लोगों को भ्रष्टाचार से सम्बन्धित शिकायतें वटसपऐप के द्वारा सांझा करने की अपील की जिससे राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके। हेल्पलाइन नंबर शुरू होने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला, पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, पूर्व कांग्रेसी विधायक जोगिन्द्र पाल, आईएएस अधिकारी संजय पोपली सहित कई नामी लोगों को भ्रष्टाचार के दोषों के तहत गिरफ़्तार किया गया है।