देश आज मना रहा 74वां गणतंत्र दिवस, परेड में कर्तव्य पथ पर दिखा ‘आत्मनिर्भर भारत’

26, JAN: भारत ने आज गणतंत्र दिवस के मौके पर निकली परेड के दौरान कर्तव्य पथ पर ‘आत्मनिर्भर भारत’ की झलक दिखाई। परेड में मुख्य अतिथि के तौर पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्तह अल-सिसी की मौजूदगी में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया। भव्य परेड में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम मोदी की मौजूदगी में भारत की तीनों सेनाओं, सुरक्षाबलों की टुकड़ियों और स्वदेशी हथियारों के प्रदर्शन ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की झलक दिखाई। राज्यों की झांकियों में भारत की गौरवपूर्ण विविधता नजर आई। परेड का अंतिम आकर्षण वायुसेना के लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों का फ्लाई पास्ट रहा, जिन्होंने राजधानी के आसमान को गुंजा दिया। परेड का समापन राष्ट्रगान और तिरंगे गुब्बारों को उड़ाने के साथ हुआ।

ज्ञात हो, आज ही के दिन देश का संविधान लागू हुआ था। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में कर्तव्य पथ से गणतंत्र दिवस मनाने के लिए देश का नेतृत्व किया। वहीं मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

विजय चौक से हुआ परेड का आगाज

गणतंत्र दिवस परेड के दौरान, देश के सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता, आत्मनिर्भरता की पहल, महिला सशक्तिकरण और एक ‘न्यू इंडिया’ के उद्भव का बेहतरीन प्रदर्शन किया गया। गणतंत्र दिवस की परेड सुबह 10:30 बजे विजय चौक से शुरू हुई और लाल किला की ओर रुख किया।

PM मोदी के युद्ध स्मारक के दौरे के साथ हुई परेड समारोह की शुरुआत

परेड समारोह की शुरुआत पीएम मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे के साथ हुई। वह बहादुर जवानों को अपनी ओर से श्रद्धासुमन अर्पित कर परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुंचे। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया।

21 तोपों की सलामी के साथ हुआ राष्ट्रगान

ध्वजारोहण के बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान हुआ। ज्ञात हो इस बार, 25-पाउंडर गन की जगह 105-एमएम इंडियन फील्ड गन ने ले ली। इन्हीं के साथ 21 तोपों की सलामी दी गई, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती भारत की ‘आत्मनिर्भरता’ को दर्शाता है।

हेलीकॉप्टरों ने दर्शकों पर की पुष्प वर्षा

105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार MI-17 1V/V5 हेलीकॉप्टरों ने कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर पुष्प वर्षा की। इसके पश्चात् परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ हुई। परेड की कमान परेड कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ अति विशिष्ट सेवा मेडल, दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी ने संभाली।

मिस्र की सैन्य टुकड़ी ने परेड में लिया हिस्सा

सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेता उनके पीछे-पीछे आए। इनमें परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता शामिल रहे। वहीं पहली बार मिस्र की सैन्य टुकड़ी ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया। 144 सैनिकों वाले दल का नेतृत्व कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फतह अल खारासावी ने किया।

भारतीय सेना की टुकड़ियों की मार्चिंग रही खास

61 कैवलरी की वर्दी में पहली टुकड़ी का नेतृत्व कैप्टन रायजादा शौर्य बाली ने किया। 61 कैवलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी ‘स्टेट हॉर्स यूनिट्स’ का संयोजन है।

इसके अलावा भारतीय सेना के छह, भारतीय वायु सेना के एक और भारतीय नौसेना के एक सहित आठ मार्चिंग दलों ने गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। परेड के दौरान स्वदेशी रूप से विकसित उपकरण जैसे अर्जुन टैंक, नाग मिसाइल सिस्टम, K9 वज्र-होवित्जर गन और आकाश वेपन सिस्टम का प्रदर्शन किया गया।

फ्लाई पास्ट ने बढ़ाई उत्सुकता

कर्तव्य पथ पर ग्रैंड फिनाले और परेड का सबसे उत्सुकता से प्रतीक्षित पल फ्लाई पास्ट का रहा जिसमें नौ राफेल लड़ाकू विमानों समेत 45 विमानों ने हिस्सा लिया। कई विन्टेज विमानों के साथ-साथ Su-30, Su-30 MkI जगुआर, C-130, C-17, डोर्नियर, LCH प्रचंड, अपाचे और सारंग जैसे आधुनिक विमान और हेलीकॉप्टर विभिन्न संरचनाओं को प्रदर्शित करते हुए कर्तव्य पथ के ऊपर आसमान में दहाड़ते नजर आए।

दर्शकों ने देखा राफेल वर्टिकल चार्ली

राफेल लड़ाकू विमान द्वारा समापन वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास किया गया। भारतीय वायु सेना की मार्चिंग टुकड़ी में चार अधिकारी और 144 वायु योद्धा शामिल रहे। दल का नेतृत्व महिला अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी ने किया।

युवा नाविकों की नौसेना टुकड़ी में महिला शक्ति ने किया नेतृत्व

144 युवा नाविकों की नौसेना टुकड़ी का नेतृत्व भी महिला अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने किया। मार्च करने वाली टुकड़ी में पहली बार तीन महिलाएं और छह अग्निवीर भी शामिल रहे। इनकी भर्ती बीते वर्ष अग्निवीर योजना के तहत की गई थी।

परेड में भारतीय तटरक्षक बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, रेलवे सुरक्षा बल, दिल्ली पुलिस, एनसीसी और एनएसएस के मार्चिंग दस्तों ने भी हिस्सा लिया। वहीं परेड में पहली बार बीएसएफ की महिला ऊंट सवारियां महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करती नजर आईं।

कर्तव्य पथ पर झांकियों से झलकी देश की प्रगति की तस्वीर

गणतंत्र दिवस परेड में 17 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से 23 और विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों से छह झांकियों ने भाग लिया। इस बार कर्तव्य पथ पर इन तमाम झांकियों के माध्यम से देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सामाजिक-आर्थिक विकास, नारी शक्ति, सैन्य शक्ति और आर्थिक प्रगति को प्रदर्शित किया गया।

कलाकारों ने बढ़ाई परेड की रंगत

देशव्यापी वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चयनित 479 कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने परेड की रंगत बढ़ा दी। सांस्कृतिक कार्यक्रम का विषय 326 महिला नर्तकियों द्वारा प्रस्तुत ‘नारी शक्ति’ से किया गया।

रोमांचक मोटरसाइकिल शो ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

केंद्र कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की डेयर डेविल्स टीम द्वारा प्रदर्शित रोमांचक मोटरसाइकिल प्रदर्शन परेड का एक अन्य आकर्षण का केंद्र रहा। उन्होंने विभिन्न प्रकार की संरचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही एक योग प्रदर्शन भी किया गया।

पूर्व सैनिकों की झांकी भी बनी आकर्षण का केंद्र

इस वर्ष परेड का एक और आकर्षण का केंद्र बनी पूर्व सैनिकों की झांकी, जिसका विषय ‘संकल्प के साथ भारत के अमृत काल की ओर’-एक वयोवृद्ध ‘प्रतिबद्धता’ रहा। इसके माध्यम से पिछले 75 वर्षों में दिग्गजों के योगदान और ‘अमृत काल’ के दौरान भारत के भविष्य को आकार देने में उनकी पहल की एक झलक प्रदान की गई।

हजारों तिरंगे गुब्बारे उड़ाने के साथ हुआ परेड का समापन

इसी के साथ भारत के स्वदेशी सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता और नारी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए कर्तव्य पथ पर मार्च करने के लिए एक शानदार परेड का आयोजन किया गया। परेड का समापन सामूहिक राष्ट्रगान और हजारों तिरंगे गुब्बारे उड़ाने के साथ हुआ।

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