हमें हमारी सभी 16 वोटें मिलीं, खेला किया कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने: जितेंद्र पाल मल्होत्रा
बोले- इंडी-भिंडी गठबंधन के पतन की शुरुआत हो चुकी
CHANDIGARH, 31 JANUARY. भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने चंडीगढ़ के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर तथा डिप्टी मेयर के चुनाव में भाजपा के प्रत्याशियों की जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटियों, भाजपा की नीतियों तथा विचारधारा की जीत बताया है। साथ ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन को इंडी-भिंडी गठबंधन बताते हुए कहा कि इस गठबंधन के पतन की शुरुआत हो चुकी है।
मेयर चुनाव के मामले को लेकर आज सेक्टर-33 स्थित भाजपा कार्यालय कमलम में एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की गई। इसमें मल्होत्रा के साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कैलाश चंद जैन, महामंत्री हुकम चंद तथा पार्षद कुलवंत सिंह बिल्लू भी उपस्थित रहे। पत्रकारों को संबोधित करते हुए जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने कहा कि भाजपा प्रत्याशियों की जीत से इंडी- भिंडी गठबंधन की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा कि शहर के पार्षद शहर का विकास चाहते हैं और विकास केवल भाजपा द्वारा ही संभव है। इसलिए पार्षद नहीं चाहते थे कि आम आदमी पार्टी का मेयर बने। इसके अलावा कांग्रेस स्वयं भी नहीं चाहती थी कि आम आदमी पार्टी का मेयर बने। विपक्ष ने पार्षदों को कैद कर लिया था, उन्हें डर के माहौल में रखा गया था, घर वालों तक को मिलने नहीं दिया जा रहा था। इससे इन पार्षदों में भारी रोष था, जिसे उन्होंने वोट के माध्यम से जाहिर किया। मल्होत्रा ने कहा कि एक पार्षद का बेटा बीमार था, उसको को मां से मिलने भी नहीं दिया गया। इन पार्षदों पर इतना प्रेशर बनाया गया, जिसे झेलना उनके लिए मुश्किल हो गया था और उनमें इसको लेकर गुस्सा था।
मल्होत्रा ने मेयर चुनाव की जीत को विकास की जीत बताया और कहा कि कांग्रेस-आम आदमी पार्टी का बेमेल का गठबंधन था तथा केवल दो व्यक्तियों का गठबंधन था, जो टांय-टांय फिस्स हो गया है। एक सवाल के जवाब में मल्होत्रा ने कहा कि जो इल्जाम लगाए जा रहे हैं वो सब झूठे है। सब कुछ ट्रांसपेरेंट हुआ। पूरी प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट हो रहा था। ऐसे में कोई गड़बड़ी कैसे कर सकता है। जो हंगामा विपक्ष ने कल निगम हाउस में किया, वह शर्मनाक है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने लोकतंत्र की हत्या की है, इनको लोकतंत्र में चुनावी प्रक्रिया में विश्वास ही नहीं था। बैलेट पेपर को छीनने की कोशिश की, बैलेट पेपर को फाड़ा गया, यह उनकी धक्केशाही है।
मल्होत्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि हमारी कुल 16 वोट थीं, जो हमें मिली हैं। हमने किसी प्रकार की कोई खरीद-फरोख्त नहीं की, जो खेला किया है कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने किया है। पार्षद खुद इस दो व्यक्तियों के गठबंधन से दुखी थे, इसलिए उन्होंने अपनी वोट खराब कर दी।