CHANDIGARH: गणतंत्र दिवस के नज़दीक संभावित आतंकवादी हमले को नाकाम करते हुए पंजाब पुलिस ने गुरदासपुर से दो 40 एमएम कम्पैटीबल ग्रनेडज़ समेत 40 एमएम अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर (यूबीजीऐल), 3.79 किलो आर.डी.एक्स., 9इलैक्ट्रिकल डैटोनेटर और आईईडी से सम्बन्धित टाइमर डिवाईसों की बरामदगी की है। यह जानकारी आज यहाँ इंस्पेक्टर जनरल पुलिस (आईजीपी) मोहनीश चावला ने दी।
मिली जानकारी के मुताबिक यूबीजीऐल, 150 मीटर लम्बी रेंज वाली एक छोटी रेंज का ग्रेनेड लांचिंग एरिया हथियार है और यह वीवीआईपी सुरक्षा के लिए भी नुकसानदेय हो सकता है। यह बरामदगी गुरदासपुर के गाँव गाजीकोट के रहने वाले मलकीत सिंह के खुलासे पर की गई, जिसको ख़ुफिय़ा जानकारी के आधार पर गुरदासपुर पुलिस द्वारा गुरूवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने मलकीत के साथी-साजिशकर्ता, जिनकी पहचान सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख घूमन, थरनजोत सिंह उर्फ थन्ना और सुखमीतपाल सिंह उर्फ सुख बिखारीवाल ; सभी गुरदासपुर के निवासी इसके इलावा पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के प्रमुख लखबीर सिंह रोडे और भगौड़े हुए गैंगस्टर अर्शदीप सिंह उर्फ डल्ला के तौर पर हुई है, पर भी मुकदमा दर्ज किया है।
आईजी मोहनीश चावला ने कहा कि इस मामले की अब तक की जांच से यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार किया दोषी मलकीत, सुख घूमन के सीधे संपर्क में था। जि़क्रयोग्य है कि सुख घूमन वही मुलजिम है जिसने यूए (पी) एक्ट के अंतर्गत एक व्यक्तिगत नामज़द आतंकवादी आई.एस.वाई.एफ प्रमुख लखबीर रोडे और मोगा का मूल निवासी और अब कनाडा रह रहे भगौड़े गैंगस्टर डल्ले, के साथ साजिश रची थी।
उन्होंने बताया कि विस्फोटकों की खेप लखबीर रोडे ने पाकिस्तान से भेजी थी।एस.एस.पी गुरदासपुर नानक सिंह ने बताया कि अब जांच से पता लगा है कि बरामद हुई हथियारों /विस्फोटक खेपें, जिसमें मलकीत सिंह की भूमिका स्पष्ट हुई है, वास्तव में एसबीएस नगर पुलिस की तरफ से हाल ही में पर्दाफाश किये आतंकवादी माड्यूल की कार्यवाही में इस्तेमाल की जानी थी।
उन्होंने बताया कि यूए(पी) एक्ट की धारा 17 और 18, विस्फोटक पदार्थ एक्ट की धारा 4 और 5, आइपीसी की धारा बी और आर्मज़ एक्ट की धाराओं 25, 27, 54 और 59 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 11 तारीख़ 20 जनवरी, 2022 दीनानगर थाने में दर्ज की गई है। उन्होंने आगे कहा, “उक्त आतंकवादी माड्यूल के बाकी सदस्यों की शिनाख़्त करने, उनके द्वारा प्राप्त किये गए बाकी आतंकवादी हार्डवेयर को बरामद करने और आईएसआई पाकिस्तान और लखबीर रोडे की तरफ से रची गई सारी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए जांच जारी है।’’
उन्होंने बताया कि 16 अक्तूबर 2020 को भिक्खीविंड में कामरेड बलविन्दर सिंह की हत्या के इलावा अगस्त 2021 में जालंधर से उसके रिश्तेदार गुरमुख सिंह रोडे से टिफिन आई.ई.डी., आर.डी.एक्स, हथियार और गोला बारूद की बरामदगी में भी लखबीर रोडे की भूमिका पाई गई है। एस.बी.एस. नगर में हाल ही में पर्दाफाश किये गए दहशती माड्यूल में भी लखबीर रोडा प्रमुख पाया गया है। सुखमीतपाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल, जो कि इस समय तिहाड़ ज़ेल, दिल्ली में बंद है, भी कामरेड बलविन्दर सिंह की हत्या और 10 फरवरी 2020 को धारीवाल में हनी महाजन पर हुए कातिलाना हमले के मामले में शामिल थे। उसे दिसंबर, 2020 में दुबई से निर्वासित(डिपोर्ट) कर दिया गया था। सुख भिखारीवाल ने इन जुर्मों को अंजाम देने के लिए पैदल सिपाही, हथियार और गोला-बारूद, लौजिस्टिकस, फंड आदि प्रदान किये थे।
जि़क्रयोग्य है कि नवंबर-दिसंबर 2021 के दौरान, गुरदासपुर पुलिस ने पाकिस्तान की तरफ से नियंत्रित दो आतंकवादी माड्यूलों का पर्दाफाश किया था और माडयूल के चार सदस्यों को गिरफ्तार करने के इलावा लगभग 1किलो आरडीएक्स, 6हैंड ग्रेनेड, 1टिफिऩ बॉक्स आईईडी, तीन इलैकट्रिकल डैटोनेटर और दो पिस्तौल बरामद किये थे।