CHANDIGARH: कोविड महामारी के दौरान ऑक्सीजन की स्पलाई और वितरण को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार ने राज्य और जि़ला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है ताकि कहीं भी कोविड मरीज़ों को ऑक्सीजन की कमी न आए। इसके अलावा राज्य के तीन सरकारी मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में ऑक्सीजन के उत्पादन और स्टोरेज टैंक स्थापित करने और सिविल हस्पताल जालंधर और लुधियाना में ऑक्सीजन के उत्पादन के लिए टैंडर जारी करने की तैयारी है।
इन फ़ैसलों का ऐलान आधिकारिक प्रवक्ता द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में कोविड की समीक्षा बारे बुलाई मीटिंग के बाद किया गया।
चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के सचिव डी.के. तिवारी ने मीटिंग में बताया कि अमृतसर, पटियाला और फरीदकोट के सरकारी मैडीकल कॉलेजों में लिक्विड मैडीकल ऑक्सीजन के उत्पादन और भंडारण सुविधा के लिए 9.92 करोड़ रुपए की ज़रूरत है जिसके लिए टैंडर जल्द ही जारी कर दिए जाएंगे।
स्वास्थ्य सचिव हुस्न लाल ने कहा कि आने वाले हफ़्तों में कोविड मरीज़ों को मैडीकल ऑक्सीजन की उपयुक्त और निर्विघ्न सप्लाई यकीनी बनाने के लिए सभी कोशिशें की जा रही हैं। ट्रांसपोर्ट और चिकित्सा शिक्षा विभाग के सहयोग से उद्योग एवं वाणिज्य विभाग अधीन राज्य स्तरीय टास्क फोर्स बनाने के अलावा सभी जिलों में सम्बन्धित सी.एम.ओ./जी.एम.डी.आई.सी./ड्रग इंस्पेक्टर के नेतृत्व में जि़ला स्तरीय टास्क फोर्स स्थापित की गई है।
स्वास्थ्य सचिव के अनुसार सरकारी और निजी मैडीकल अस्पतालों में इस समय रोज़ाना करीब 135 एम.टी. मैडीकल ऑक्सीजन की ज़रूरत है। राज्य करीब 75 एम.टी. मैडीकल ऑक्सीजन खरीद रहा है और राज्य के पास 80 एम.टी. लिक्विड मैडीकल ऑक्सीजन मौजूद है।
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में प्रयोग सम्बन्धी निर्धारित संचालन विधि जारी की है और नीति अयोग की हस्पताल प्रबंधन समिति और निगरानी टीमों की हिदायतें जारी की हैं।