हास्य के रंग-कवियों के संग: रचनाकारों ने कविताओं के जरिए सुनाए लॉकडाउन के अनुभव

CHANDIGARH: उमंग अभिव्यक्ति मंच पंचकूला ने ‘हास्य के रंग, कवियों के संग’ कार्यक्रम का आयोजन किया। ऑनलाइन आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ ट्राइसिटी के अलावा कुरुक्षेत्र, कैथल व अंबाला से भी रचनाकारों ने हिस्सा लिया और कोरोनाकाल में लॉकडाउन को जरूरी मानते हुए अपने बहुत सारे खट्टे-मीठे अनुभव हास्य कविताओं के माध्यम से […]

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आज की कविताः कहानी किसान की

रात के पिछले पहर मेंहल की हत्थीहाथ में पकड़ करखेतों की पगडंडी परकदम बढ़ाता चला जा रहा हैबादल जिसके मीत हैंखेत जीत के गीत हैंखुद भूखा रहकर वोजहां का पेट भरता हैवर्षा, धूप, आंधी, सर्दीकोहरा भरी कड़कती ठंडी रात मेंदुनिया को सुख पहुंचाने कोमेहनत से नहीं डरता हैउसका नाम किसान है। जिसका नाम किसान हैआज

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