‘उदास हूं मैं बहुत मत बुलाओ तुम मुझे, तन्हा हूं मैं बहुत मत सताओ तुम मुझे’

आज की कविता: रक्त संबंध चुप रहने दो मुझेनहीं करनी कोई बातमत करो कोई सवालनहीं रहा कोई जवाब। करने दो आराम मुझेनहीं कहीं जाना मुझेथम जा ज़िन्दगी जरानहीं कुछ पाना मुझे। उदास हूं मैं बहुतमत बुलाओ तुम मुझेतन्हा हूं मैं बहुतमत सताओ तुम मुझे। मैं किसी की नहींना कोई मेरा हैनहीं करनी कोई तकरारना ही कोई […]

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