आज की कविताः जीवन मूल्य

हर बात तुम्हारे साथ थी जो,हर बात हमारे साथ भी है,कुछ पल भर को ठहर गई ,कुछ बची खुची भी निकल गई। जिंदगी तुम नाजुक हो,पर मै भी पत्थरदिल तो नहीं,तुम सहम सहम के कटती हो ,मैं ठिठकूं ठहरूं पर रुकूं नहीं। मैं हर ठोकर पर फिसल रही,तुम हर ठोकर पर संभल रही,मैं कंकर ,पत्थर, […]

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