CHANDIGARH: तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम बंगाल की आरामबाग विधानसभा सीट से उम्मीदवार सुजाता मंडल द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों पर दिए गए बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान पर आखिरकार कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी व अन्य विपक्षी दलों ने चुप्पी क्यों साधी हुई है। क्यों नहीं उन्होंने इस प्रकार के विवादास्पद बयान की कड़े शब्दों में निंदा की। निंदा करना तो दूर वो तो मौनी बाबा बने हुए हैं। सूद ने कहा कि सुजाता मंडल द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों पर की गयी टिपण्णी पर सोनिया, राहुल और अन्य विपक्षी दलों की चुप्पी का मतलब ये ही है कि वे लोग भी सुजाता मंडल द्वारा दिए गए बयान से सहमत हैं, क्योंकि चुप्पी साधना अपने आप में सहमति का प्रतीक ही होता है।
ये कहा था सुजाता मंडल ने
गौरतलब है कि टीएमसी की प्रत्याशी सुजाता मंडल ने अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के प्रति अपना बयान देते हुए कहा था कि “अनुसूचित जाति के लोग स्वभाव से ही भिखारी होते हैं. ममता बनर्जी ने उनके लिए बहुत कुछ किया, लेकिन कुछ रुपयों के लिए वो बीजेपी के पीछे जा रहे हैं। वे अपना वोट बीजेपी को बेच रहे हैं।” इस बयान पर चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने कहा कि दरअसल, सुजाता मंडल के इस बयान से टीएमसी और उसके नेताओं की कुंठित मानसिकता का परिचय मिलता है। और तो और कांग्रेस पार्टी से निकली टीएमसी और कभी कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने वालीं ममता कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को ही आगे बढाने का काम कर रही हैं।
टीएमसी के नेता तुष्टिकरण की राजनीति पर उतारू
अरुण सूद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों के लोगों के साथ हमेशा वोटबैंक की राजनीति की है। आज हालात ये हैं कि टीएमसी के नेता सरेआम तुष्टिकरण की राजनीति पर उतारू हो गए हैं और कांग्रेस पार्टी व अन्य प्रमुख दलों के नेता सुजाता मंडल के इस प्रकार के बयान पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साफ़ कर दिया कि उनके लिए कोई भी समाज, वर्ग वोटबैंक नहीं है। भाजपा ने कभी भी इस प्रकार की ओछी राजनीति न की है, न कभी करेगी। सूद ने कहा कि हमारी पार्टी ने सदैव सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की अवधारणा पर काम किया है और करते रहेंगे। यह बहुत ही दुखद है कि किसी विशेष समुदाय के लोगों पर इस प्रकार की घटिया बयानबाजी को लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं के मुंह में दही जम गया है।
भाजपा ने अनुसूचित जाति आयोग को दिया ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम के नेतृत्व में सोमवार को अनुसूचित जाति आयोग का दरवाजा खटखटाया और एक ज्ञापन सौंपकर सुजाता मंडल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद सुनीता दुग्गल, हंसराज हंस और पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चे के अध्यक्ष लालसिंह आर्य भी शामिल थे। सूद ने कहा कि इससे पूर्व भी पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयोग को भी शिकायत दी थी और कहा था कि सुजाता मंडल और तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व के खिलाफ चुनाव कानूनों, भारतीय दंड संहिता एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति (उत्पीड़न रोकथाम) अधिनियम, 1989 एवं आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों के तहत जरूरी कार्रवाई की जाए।
भाजपा चुप नहीं बैठेगी
अरुण सूद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए अनुसूचित जाति का मान-सम्मान सर्वोपरि है। यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार से इस देश के किसी भी व्यक्ति विशेष और समुदाय विशेष का अपमान करता है, उसके खिलाफ अभद्र टिपण्णी करता है तो भाजपा के लोग कांग्रेस पार्टी के नेताओं की तरह चुप्पी नहीं साधने वाले। ऐसी कुंठित मानसिकता वाले लोगों को उनकी बयानबाजी का करारा जवाब दिया जाएगा।