CHANDIGARH, 31 MAY: यूक्रेन में पढ़ रहे चंडीगढ़ के छात्रों और उनके माता-पिता ने आज चंडीगढ़ में विदेश राज्य मंत्री श्रीमती मिनाक्षी लेखी से मुलाकात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के आपातकालीन समय में उन्होंने चंडीगढ़ के सभी विद्यार्थियों को वापस लाने के लिए सफल प्रयास किये।
छात्रों ने बताया कि जब रूस और यूक्रेन का युद्ध प्रारम्भ हुआ तो सभी छात्रों में डर का माहौल बन गया था। चारों तरफ बमबारी हो रही थी और चारों ओर मौत का तांडव था। ऐसे समय में भारत सरकार द्वारा किये गए प्रयासों से ही भारतीय छात्र आज सकुशल अपने-अपने परिवार से मिल सके हैं। छात्रों ने कहा कि यदि नरेंद्र मोदी जी प्रधानमंत्री न होते तो शायद हम अपने परिवार से न मिल पाते और अन्य देश के छात्रों की भांति वहीं फंसे होते और मौत की घड़ियाँ गिन रहे होते।
छात्रों ने श्रीमती मीनाक्षी लेखी को बताया कि उनकी पढाई अधर में लटकी हुई है और उनका यह साल भी बर्बाद हो रहा है अतः सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में प्रयास किया जाए।
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि सरकार छात्रों की पढाई एवं उनके भविष्य को लेकर संवेदनशील है और राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छात्रों की पढाई को किसी भी प्रकार से जारी रखने के हरसंभव प्रयास कर रही है। कई अन्य देशों जैसे हंगरी, कज़ाकिस्तान तथा अन्य सी.आई.एस. देशों से भी इस सम्बन्ध में बात की जा रही है।