एमपीटी कोर्स की शुरूआत अत्यंत आवश्यक, मांग पूरी न हुई तो इसका दुष्प्रभाव मरीजों के इलाज पर पड़ेगा: अनिरुद्ध उनियाल
CHANDIGARH, 10 FEBRUARY: स्टूडेंट एसोसिएशन ऑफ फिजीकल थैरेपी (एसएपीटी इंडिया) ने भारत के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान पीजीआई चंडीगढ़ के डायरेक्टर प्रोफेसर विवेक लाल को छात्रों की मूलभूत सुविधाओं के समाधान के लिए आज पुनः ज्ञापन सौपा।l, जिसमें मास्टर आफ फिजीयोथेरेपी कोर्स (एमपीटी) की शुरूआत, छात्रों को पढ़ाने के लिए मूल अध्यापकगण, छात्रों की मूलभूत सुविधा के लिए क्लासरूम, सेमिनार रूम, इंटर्नशिप वाले छात्रों के स्टाइपंड में वृद्धि एवं अन्य कुछ कोर्स में फिजीयोथेरेपी छात्रों को इजाजत देने की मांग की गई।
इस मौके पर एसएपीटी इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिरुद्ध उनियाल ने बताया कि वह प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भी इस विषय पर ज्ञापन सौंप चुके हैं और वह उनसे अनुरोध करते हैं कि छात्रों की मूलभूत मांग पूरी की जाए, जिससे यह छात्र देश के सर्वांगीण विकास में योगदान दे सकें। उनियाल ने कहा कि वह पीजीआई प्रशासन से भी अनुरोध करते हैं कि छात्रों को उनकी मूलभूत सुविधाएं प्रदान कराई जाएं। एमपीटी कोर्स की शुरूआत अत्यंत ही आवश्यक है और इसके लिए एसएपीटी इंडिया कई बार पीजीआई प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर इस सिलसिले में कदम नहीं उठाए गए तो छात्रों का भविष्य अंधकार में होगा और इसका दुष्प्रभाव मरीजों के इलाज पर पड़ेगा। उनियाल ने कहा कि यह मांग 1996 से हैं और 30 साल से छात्र इनसे वंचित हैं। इसलिए प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री , पीजीआई चंडीगढ़ के निदेशक एवं पीजीआई प्रशासन छात्र हित में जल्द से जल्द कदम उठाएं।