CHANDIGARH: प्रवासी कामगारों के मसीहा सोनू सूद, जो चाहे स्यमं को ऐसा कहलाने से इनकार करते हैं, ने अपने कंधों पर नई जि़म्मेदारी उठाई है। आज से वह कोविड टीकाकरण मुहिम के लिए पंजाब सरकार के ब्रांड एंबेसडर बन गए हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज सोनू सूद के साथ मीटिंग के बाद यह ऐलान किया। सोनू सूद ने मुख्यमंत्री से उनके निवास स्थान पर मुलाकात की।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोगों को कोविड वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित और प्रभावित करने के लिए आदर्श के तौर पर कोई अन्य शख्सियत नहीं हो सकती। पंजाब में वैक्सीन के प्रति लोगों के दरमियान बहुत झिझक है। सोनू की लोगों के दरिमआन लोकप्रियता और बीते साल महामारी फैलने के समय से लेकर हज़ारों प्रवासी कामगारों को सुरक्षित घर पहुँचाने में मदद करके दिए गए बेमिसाली योगदान के स्वरूप वह लोगों के वैक्सीन के प्रति शक को दूर करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब लोग वैक्सीन के लाभ संबंधी पंजाब के पुत्र से यह सुनेंगे कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित और ज़रूरी है तो वह विश्वास करेंगे, क्योंकि लोग उन पर भरोसा करते हैं।’’
सोनू सूद ने कहा कि जीवन बचाने वाली इस वैक्सीन के लिए ब्रांड एंबेसडर नियुक्त होने पर वह $खुशी और गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे गृह राज्य के लोगों की जि़ंदगीयों की सुरक्षा के लिए पंजाब सरकार की इस व्यापक मुहिम का हिस्सा बनने पर अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं।’’
इस मौके पर सोनू सूद ने मुख्यमंत्री को अपनी किताब ‘आई एम नो मसीहा’ भी भेंट की, जिसके बारे में उन्होंने बताया कि इसमें मोगा से मुम्बई तक के तज़ुर्बों को लिखा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सचमुच कहता हूँ कि मैं कोई रक्षक नहीं हूँ। मैं एक साधारण मनुष्य हूँ, जो परमात्मा की बड़ी योजनाओं में अपनी तरफ़ से विनम्र सा योगदान डाल रहा है। इस दौरान यदि मैं किसी भी ढंग से किसी मनुष्य के जीवन को बेहतर बना सका तो इसके लिए मैं यही कह सकता हूँ कि मुझ पर ईश्वर की कृपा है, जो मुझे अपनी ड्यूटी निभाने में मेरा मार्गदर्शन कर रहे हैं।’’