गवर्नमेंट रिहैबिलिटेशन इंस्टीट्यूट फॉर इंटलेक्चुअल डिसैबिलिटीज में हैं 450 विद्यार्थी
CHANDIGARH, 7 OCTOBER: चंडीगढ़ प्रशासन की सोशल वेलफेयर कमेटी ने आज सैक्टर-31 स्थिल गवर्नमेंट रिहैबिलिटेशन इंस्टीट्यूट फॉर इंटलेक्चुअल डिसैबिलिटीज यानी बौद्धिक विकलांगों के लिए सरकारी पुनर्वास संस्थान (ग्रिड) का दौरा किया तथा वहां के छात्रों, स्टाफ के सदस्यों एवं छात्रों के माता-पिता से बातचीत की।
कमेटी की अध्यक्षता चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं कमेटी के अध्यक्ष सत्यपाल जैन ने की। कमेटी में पूर्व महापौर देवेश मोदगिल, श्रीमती अनामिका वालिया, श्रीमती रमा मथारू, डॉ. रमणीक शर्मा, डॉ. शीनू अग्रवाल, श्रीमती रेणु रिषि गौतम आदि शामिल थीं। कमेटी के सदस्यों ने क्लासरूमों में जाकर बच्चों, जो कि मानसिक रूप से सक्षम नहीं है, से बातचीत की तथा उनके माता-पिता से संस्थान के बारे में पूछताछ की। जैन ने बताया कि इस संस्था में लगभग 450 विद्यार्थी हैं, जो मानसिक रूप से सक्षम नहीं हैं तथा 150 विद्यार्थी वेटिंग लिस्ट में हैं। कमेटी ने संस्था के स्टाफ की इस बात के लिए सराहना की कि वे इन सभी बच्चों की पूरी लगन से तथा बच्चों को उनकी मानसिक योग्यता के अनुसार रंगाई व पुताई, स्केटिंग, खाना बनाना, कपड़े सीना आदि की ट्रेनिंग दे रहे हैं, ताकि यह बच्चे भी समाज के बाकी बच्चों की तरह अपना जीवन जी सकें। सत्यपाल जैन ने कहा कि ऐसे बच्चों को समाज में अधिक प्यार और स्नेह की जरूरत होती है और यह प्रशंसनीय है कि इस संस्था का स्टाफ इन बच्चों को इसकी कमी महसूस नहीं होने दे रहा है। जैन ने कहा कि इस दौरे के दौरान कमेटी को जो सुझाव दिए, उनमें लड़के-लड़कियों के लिए एक-एक हॉस्टल, एक बड़ा ऑडिटोरियम, मानसिक रूप से असमर्थ बच्चों के लिए नौकरियों में आरक्षण आदि शामिल हैं। इस संबंध में कमेटी इन सुझावों पर विचार करके अपनी रिपोर्ट अगले सप्ताह चंडीगढ़ प्रशासन को सौंपेगी। संस्था की डायरेक्टर एवं स्टाफ ने कमेटी के सदस्यों का स्वागत किया।