NEW DELHI, 11 OCTOBER: देश की राजधानी दिल्ली, जो 24 घंटे जगमगाती रहती है। दिल्ली में पूरे साल घूमने-फिरने वालों का आना-जाना लगा रहता है। अगर घूमने-फिरने के लिए निकले हैं , तो शॉपिंग भी करेंगे और खाना तो सबसे जरूरी है। लेकिन अगर घूमने-फिरने में ही रात हो गई, तो खाना -खाने और खरीदने के लिए कई बार हमारे पास रात के 12 बजे तक का ही समय रहता है, क्योंकि उसके बाद दुकानें बंद होने लगती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि अब दिल्ली में नाइट आउट का कल्चर बढ़ने लगा है और इसे देखते हुए दिल्ली प्रशासन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। क्या है निर्णय चलिए जानते हैं…
क्या है नया नियम
दिल्ली में जरूरत की सभी चीजें अब रात भर मिल सकेंगी। उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने 300 से ज्यादा प्रतिष्ठानों को चौबीस घंटे खुले रखने की मंजूरी दे दी है। जो लोग चौबीसों घंटे दुकान खोलना चाहते हैं, उन्हें छूट के लिए आवेदन देना होगा। हालांकि ये नियम 24 घंटे रेस्तरां और बार में शराब परोसने की अनुमति नहीं देता है। रेस्तरां और बार में शराब सर्व की अनुमति वर्तमान में 1 बजे तक है, और इस तरह रेस्तरां और होटलों को मिलने वाली छूट शराब की बिक्री पर लागू नहीं होगी।
किस तरह की दुकानों को मिलेगी छूट
अगर बात करें कि 24 घंटे ओपन रखने के लिए किन दुकानों को परमिशन मिलेगी.. तो इसमें होटल, रेस्तरां, परिवहन और ऑनलाइन डिलीवरी शॉप से जुड़े प्रतिष्ठान शामिल हैं। इस नए नियम का मकसद है कि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ ही राजधानी के नाइट आउट को बढ़ावा देना है। 24X 7 ऑपरेशन रहने वाली इन 314 प्रतिष्ठानों में लॉजिस्टिक्स और एसेंशियल फर्म, दवाएं, कुछ कॉल सेंटर और ई-कॉमर्स डिलीवरी प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं।
क्यों लिया गया फैसला
हमारे देश के लिए नाइट इकोनॉमी भी काफी महत्वपूर्ण है। कहा जा रहा है कि दिल्ली जैसी सीटी में यह बहुत पहले किया जाना चाहिए था। ऐसा इसलिए क्योंकि अक्सर, आईटी कंपनियों और अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले ऐसे लोग, जो दिन में व्यस्त रहते हैं, वे रात में बाहर निकलते हैं, ऐसे में रात के समय रेस्तरां को ग्राहकों के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। यह और भी रोजगार पैदा करेगा।
नाइट लाइफ से क्या होगा फायदा
आज के समय में नाइट लाइफ हर महानगर का एक अभिन्न हिस्सा बन गई है। दिल्ली देश की राजधानी होने की वजह से इस नाइट लाइफ से अभी तक महरूम थी, लेकिन अब इस निर्णय से दिल्ली के व्यापार और कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। माना जा रहा है कि इससे दिल्ली के व्यापार में लगभग 30 फीसदी की वृद्धि होगी। इससे न सिर्फ व्यापार बढ़ेगा बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अभी क्या है नियम
दुकान और स्थापना अधिनियम, 1954 के अनुसार, दिल्ली के शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सभी दुकानों के खुलने और बंद होने का समय क्रमशः सुबह 9 बजे और शाम 7 बजे है, जबकि ऐसे क्षेत्र के भीतर वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के खुलने और बंद होने का समय है… सुबह 8 बजे और शाम 6 बजे है। वैसे दिल्ली के कई इलाके हैं, जहां कुछ दुकानें देर रात तक खुली रहती हैं, लेकिन 24 घंटे के लिए पहली बार नियम आया है।
इन शहरों में भी दिन-रात बनी रहती है रौनक
दिल्ली से पहले मुंबई के भी कई इलाकों में नाइट आउट काफी पहले से चल रहा है। इसमें मरीन-ड्राइव, चौपाटी बीच, नरीमन प्वाइंट और फोर्ट रोड, आदि जगह हैं। उधर युवाओं को गोवा का समुद्र तट ही नहीं बल्कि नाइट लाइफ भी आकर्षित करती है। अंजुना बीच पर रातभर चहल-पहल रहती है। इस फेहरिस्त में बेंगलुरू भी शामिल है, जहां शहर को पब कैपिटल ऑफ इंडिया भी कहते हैं।