RTI में हुए चौंकाने वाले खुलासे, चंडीगढ़ में BJP पेड पार्किंग माफिया को दे रही शह, लोगों का कर रही उत्पीड़नः चंद्रमुखी शर्मा

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा-पारदर्शिता की कमी से चंडीगढ़ नगर निगम बना पंगु

CHANDIGARH: आम आदमी पार्टी की नगर निगम चुनाव प्रचार समिति के चेयरमैन चंद्रमुखी शर्मा ने शहर में चल रही पेड पार्किंग को लेकर आज बड़े खुलासे करते हुए भाजपा पर स्मार्ट पार्किंग के नाम पर शहर में पार्किंग माफिया को शह देने तथा आम लोगों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।

चंद्रमुखी शर्मा ने बताया कि उन्होंने स्मार्ट पेड पार्किंग के संबंध में सूचना के अधिकार (RTI) के तहत कुछ जानकारी मांगते हुए 23 प्रश्न किए थे लेकिन हैरानी की बात है कि नगर निगम ने इनमें से 20 प्रश्नों पर जानकारी देने से ही इनकार कर दिया है। चंद्रमुखी शर्मा का कहना है कि क्या अब चंडीगढ़ के करदाता नागरिक अपनी सरकारी सुविधाओं को लेकर जवाब पाने के लायक भी नहीं हैं ? चंद्रमुखी शर्मा ने बताया कि उनके प्रश्नों के जवाब में चौंकाने वाली गवर्नेन्स कार्यशैली में चंडीगढ़ नगर निगम ने खुलासा किया है कि निगम के पास पेड पार्किंग, सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉलेशन, ठेकेदार को भुगतान और उपलब्ध पार्किंग स्लॉट के कई महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी ही नहीं है। यही नहीं, भाजपा शासित चंडीगढ़ नगर निगम पार्किंग ठेकेदारों के साथ किए गए समझौतों की प्रतियां भी प्रदान करने से इनकार कर रहा है।

बता दें कि चंद्रमुखी शर्मा पिछले लंबे समय से चंडीगढ़ नगर निगम के कामकाज में पारदर्शिता के लिए अथक अभियान चलाए हुए हैं। उनका कहना है कि उनकी तरफ से सूचना के अधिकार (RTI) के तहत नगर निगम से मांगी गई जानकारी के जवाब से यह बिल्कुल स्पष्ट है कि निगम प्रशासन जानबूझकर उत्तर देने में टालमटोल कर रहा है। असली सवाल यह है कि निगम के अफसर किसके इशारे पर और किसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं ? चंद्रमुखी शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ के भाजपा मेयर रविकांत शर्मा को नगर निगम की जवाबदेही सुनिश्चित नहीं करने की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए और तुरंत मेयर पद से इस्तीफा देना चाहिए।

चंद्रमुखी शर्मा ने संबंधित दस्तावेज देते हुए बताया कि उनकी तरफ से सूचना के अधिकार (RTI) के तहत मांगी गई जानकारी के 13/08/2021 को मिले जवाब में नगर निगम ने खुलासा किया है कि वह नियमों के उल्लंघन पर 500 रुपए से लेकर 10,000 रुपए तक पार्किंग ठेकेदार पर जुर्माना लगाता है लेकिन जुर्माना राशि का ब्योरा यह दावा करते हुए कि जानकारी दर्जनों फाइलों में बिखरी हुई है, देने से इनकार कर दिया। इसके अलावा निगम ने कहा है कि वह दोपहिया और चार पहिया वाहनों की संख्या पर बुनियादी डेटा भी नहीं रखता है। यही नहीं, निगम ने यह भी दावा किया है कि उसके पास इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ठेकेदार/लाइसेंसधारक पेड पार्किंग स्थलों के बिजली कनेक्शन के लिए भुगतान कर रहे हैं या नहीं।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता चंद्रमुखी शर्मा ने आरोप लगाया है कि भाजपा शहर में पार्किंग माफिया का समर्थन कर रही है और स्मार्ट पार्किंग के नाम पर जनता को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में पेड पार्किंग का भाजपा द्वारा संगठित रैकेट होने के अलावा पेड पार्किंग में कुछ भी स्मार्ट नहीं है।

चंद्रमुखी शर्मा ने सवाल किया है कि नगर निगम ऐसी आवश्यक जानकारी देने से कैसे इनकार कर सकता है ? निगम को अपने प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण और अधिकार क्षेत्र के तहत उपलब्ध पेड पार्किंग स्लॉट की संख्या का अंदाजा कैसे नहीं हो सकता ? खासकर जब सीसीटीवी कैमरों का मामला महत्वपूर्ण और संवेदनशील है, जिसका चंडीगढ़ के नागरिकों विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा पर सीधा प्रभाव पड़ता है, निगम की पेड पार्किंग शाखा ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि यह मामला कार्यकारी अभियंता, रोड डिवीजन का है। चंद्रमुखी शर्मा ने कहा कि जब तक जनहित में सारी जानकारी का खुलासा नहीं हो जाता, आम आदमी पार्टी इस मुद्दे को आगे बढ़ाना जारी रखेगी और भाजपा के माफिया राज का पर्दाफाश करेगी।

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