प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने प्रहलाद शर्मा को पार्टी में आते ही सहकारिता प्रकोष्ठ का संयोजक नियुक्त किया
CHANDIGARH: नगर निगम चुनाव नजदीक आते ही अब शहर में जोड़तोड़ की राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस जहां भाजपा को महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरने में लगी है, वहीं कई कांग्रेसियों ने पार्टी को झटका देते हुए भाजपा का दामन थाम लिया। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व जिला महासचिव और वर्तमान उपाध्यक्ष प्रहलाद शर्मा भारतीय जनता पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद की उपस्थिति में अपने साथियों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस अवसर पर भाजपा उपाध्यक्ष प्रेम कौशिक, महासचिव रामबीर, देवी सिंह, अवि भसीन, योग राज भी उपस्थित रहे।
प्रह्लाद शर्मा के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वालों में दलजीत सिंह गुलेरिया, विक्रांत तुली, हरीश कुमार, सुखविंदर सिंह, हरमीत कुमार, द्वारिका प्रसाद, राजिंदर सिंह, राजेश सेठी, धर्मपाल, विकास त्रेहन, विशाल त्रेहन, धनराज, सुनील त्रेहन, राजिंदर ढींगरा, विजय बहादुर, राधेश्याम, रमेश कौशल, बलदेव सिंह एवं नारायण दास आदि शामिल हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने पार्टी में शामिल हुए इन सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि भाजपा केवल पार्टी नहीं अपितु परिवार है। यहां सभी कार्यकर्ता ‘राष्ट्र प्रथम’ के सूत्रवाक्य पर कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी में शामिल होने वाले प्रह्लाद शर्मा और उनके सभी साथियों को उचित मान-सम्मान दिया जाएगा।
इस मौके पर अरुण सूद ने प्रह्लाद शर्मा को भारतीय जनता पार्टी के सहकारिता प्रकोष्ठ का संयोजक नियुक्त करने की घोषणा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार सहकारिता के क्षेत्र में नव-उन्नति हेतु प्रतिबद्ध है और इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार में नए मंत्रालय का गठन किया है।
प्रह्लाद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में रहकर लम्बे समय से उनका दम घुट रहा था। चंडीगढ़ में कांग्रेस नेतृत्वविहीन हो गई है। पार्टी में देशहित की बात करने वालों की अनदेखी की जा रही है और एक परिवार विशेष की चमचागिरी करने वालों को इनाम दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व से प्रभावित होकर वह अपने साथियों सहित भाजपा में शामिल हुए हैं और जो भी काम पार्टी उन्हें देगी, उसे पूरी निष्ठा से करेंगे।