CHANDIGARH: भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के नेता चंद्रमुखी शर्मा द्वारा केंद्र सरकार पर कोरोनाकाल में चंडीगढ़ की अनदेखी किए जाने के लगाए गए आरोप को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि सेवा भाजपा के संस्कार में शमिल है, जबकि ओछी राजनीति करने के उद्देश्य से बयान देने वाले नेता चंद्रमुखी शर्मा की पार्टी कोरोनाकाल में कहीं नजर नहीं आई।
चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कैलाश चन्द जैन व नरेश अरोड़ा ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता करोनाकाल की दोनों लहरों में अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा ही संगठन के तहत लगातार लोगों की सेवा में लगा रहा।
चंडीगढ़ की कोई भी राजनीतिक पार्टी, जिस समय कहीं सड़कों पर दिखाई नहीं दी, उस समय सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही लोगों के लिए सेवा कार्य में लगे हुए थे, इसका प्रमाण देने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि सेवा ही संगठन के तहत भाजपा ने शहरवासियों के हर प्रकार के सेवा कार्य किए। 52 किचन रोजाना चलाकर 72 हजार के करीब लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा था। प्रवासी मजदूरों के जाने की व्यवस्था चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने खुद अपनी देखरेख में की। यहां तक कि नंगे पैर जाने वाले प्रवासियों को चप्पलें भी दीं। जब बापूधाम और सेक्टर-30 जैसे कंटेनमेंट एरिया में कोई जाने को तैयार नहीं था तो भाजपा के कार्यकर्ता ही वहां पर जाकर सेवा कार्य करते रहे और लोगों की जरूरतों का सामान पहुंचाते रहे। लाखों मास्क भारतीय जनता पार्टी ने बांटे। पुलिस को मास्क, पीपीई किट और सैनेटाइजर बांटे, फ्रंट वारियर्स, डॉक्टर्स को मास्क और सैनेटाइजर बांटे। महामारी के कारण जब अस्पतालों में खून की कमी हो गई तो डॉक्टर ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद से कहा तो उन्होंने उसी समय खूनदान कैंप लगाए और सबसे पहले खुद रक्तदान किया, जिसके बाद सैकड़ों यूनिट खून इकट्ठा हुआ और रक्त की कमी नहीं रही। दूसरी लहर में 24 घंटे चलने वाला हेल्पलाइन नंबर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जारी किया गया, जिसमें 16 तरीके की सहायता जनता के लिए शुरू की गई। इसमें ऑक्सीजन, दवाइयां, भोजन सैनेटाइजर, मास्क, ऑक्सीमीटर, काढ़ा तक लोगों के घरों पर पहुंचाया गया। हॉस्पिटल में बेड की व्यवस्था भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार कराई गई ।
नरेश अरोड़ा ने कहा कि अब मैं सवाल पूछना चाहता हूं उनसे जो भारतीय जनता पार्टी से सवाल पूछते हैं कि वह अपना एक भी काम का प्रमाण दे दें, जो लोगों की सहायता के लिए कोरोनाकाल में उन्होंने किया, वरना यह महामारी में छोटी राजनीति करना शोभा नहीं देता।
ऐसी ओछी राजनीति छोटी मानसिकता दर्शाती है।