ब्लैकमेलिंग बना साइबर अपराधियों का पसंदीदा हथियार, बिना डरे 1930 पर करें शिकायत: ओपी सिंह
CHANDIGARH, 30 AUGUST: साइबर अपराधियों ने ब्लैकमेलिंग को अपना नया हथियार बनाया है। इज़्ज़तदार लोग डरते हुए पैसे दे देते है और शिकायत नहीं करते है। एक सेवानिवृत प्रिंसिपल को अश्लील वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने 24 लाख रूपए ठग लिए। जब साइबर अपराध की मोडस ऑपरेंडी समझ आयी तो सेवानिवृत प्रिंसिपल ने 1930 पर शिकायत दर्ज की। एससीबी प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए आगे बताया, साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 लाख रूपए आरोपी के खाते में फ्रिज कर रिफंड कर दिए है। वही शिकायत प्राप्त होने के बाद स्थानीय पुलिस ने आगे कार्रवाई शुरू कर दी है।
कभी यूट्यूब अधिकारी, तो कभी थानेदार, तो कभी एसपी बन किया फ़ोन, कहा केस में से निकलवा देंगे नाम
एससीबी प्रवक्ता ने बताया की शिकायत कर्त्ता ने 1930 पर शिकायत दी कि 16.08.2022 को सुबह एक फ़ोन आया, जिसमें सामने वाले ने खुद को एसएचओ साइबर सेल बताया और कहा की आपकी अश्लील वीडियो यूट्यूब पर अपलोड हुई है और उसे हटाने के लिए यूट्यूब के अधिकारी से बात करनी होगी। कथित फज़ऱ्ी थानेदार ने यूट्यूब अधिकारी के नाम से किसी राहुल शर्मा का नंबर दिया। पीडि़त द्वारा यूट्यूब अधिकारी से बात करने पर, वीडियो डिलीट करने के लिए फीस के तौर पर 31500 मांगे गए जिसे भुगतान पीडि़त ने तुरंत कर दिया । पैसे आने बाद फिर से यूट्यूब अधिकारी ने पीडि़त से 1.26 लाख कि डिमांड ये कहते हुए कि गयी कि अभी 4 वीडियो और है जिसे डिलीट करना है। और इसी तरह कभी इंस्टाग्राम से तो कभी व्हाट्सप्प से वीडियो डिलीट करवाने के नाम पर पीडि़त से पैसे ऐंठते रहे।
पीडि़त ने आगे शिकायत में बताया कि फिर से उसे एक कॉल आयी जहाँ ठगों ने खुद को जिले का पुलिस अधीक्षक बताया। साइबर अपराधी ने कहा की आपके खिलाफ शिकायत आयी है और 5 लाख रूपए दोगे तो में केस में से नाम निकलवा देंगे। पीडि़त ने डरते हुए पैसे ऑनलाइन माध्यम से दे दिए। और इसी डर का फायदा उठाकर पीडि़त से 15 लाख रूपए और ले लिए। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने झूठा लेटर भी भेजा जिसमें कहा गया की सीबीआई के पास भी यह केस गया था और हमने इस केस में से आपका नाम निकलवा दिया है। लेकिन उस लेटर में कई त्रुटियां देख पीडि़त को शक हुआ और तब समझ आया की उसके साथ ठगी हुई है। पीडि़त ने तुरंत 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। साइबर टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 लाख रूपए फ्रीज़ कर दिए।
एक अन्य शिकायत में साइबर टीम ने बचाये 87 हज़ार रूपए, अश्लील वीडियो बना ऐंठे रूपए
एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की एक अन्य शिकायत में पलवल वासी शिकायतकर्ता ने बताया की किसी अनजान नंबर से एक लडक़ी ने वीडियो कॉल कर, बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग कर ली। बाद में आरोपी ने शिकायतकर्ता को वीडियो वायरल करने की धमकी दे 3 लाख ठग लिए। जब आरोपियों ने पीडि़त को और तंग करना शुरू किया तो उसने 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत मिलने के बाद साइबर टीम ने 87 हज़ार रूपए फ्रीज़ किये।
इज़्ज़त जाने के डर से अधिकतर शिकायतें नहीं पहुँच रही है थाने, वीडियो कॉल कर फांसते है अपने शिकार को।
एससीबी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की ऐसी शिकायतों में सबसे बड़ी दिक्कत आती है की पीडि़त खुलकर सामने नहीं आ पाता है। पीडि़त अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए पैसे देता रहता है। इसी मोडस ऑपरेंडी का साइबर अपराधी फायदा उठाते है। अनजान नंबर से मैसेज कर दोस्ती की जाती है और धीरे धीरे वीडियो कॉल पर बातचीत करनी शुरू कर देते है। और सही अवसर देखते ही अश्लील वीडियो बना ली जाती है। पीडि़त डर जाता है और पुलिस के पास शिकायत देने से, पैसा देना बेहतर समझता है।
समय की महत्वता समझें, जितना जल्दी हो उतनी जल्दी 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं – ओ पी सिंह , आईपीएस
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध ओपी सिंह ने बताया की साइबर हेल्पलाइन 1930 पर जितनी जल्दी शिकायत दी जाती है, उतनी ही जल्दी टीम पैसे को ब्लॉक करने का काम करती है। अक्सर पीडि़त 1930 पर देरी से अपनी शिकायत दर्ज करवाता है, और तब तक काफी देर हो जाती है। अगर आपके साथ ऐसा कोई अपराध होता है तो साइबर अपराधी से ना डरे और ना ही ब्लैकमेल होएं। तुरंत पुलिस को इसकी सुचना दें। ऐसी स्थिति में घबराने की ज़रूरत नहीं है और किसी तरह की पेमेंट करें। अनजान नंबर से आयी वीडियो कॉल को अटेंड ना करें और ना ही अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया पर दोस्त बनाए। कॉल करने के अलावा आप cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज कर सकते है जहाँ आपकी जानकारी को गुप्त रखा जायेगा। हरियाणा पुलिस हर जिले में साइबर जागरूकता कार्यक्रम कर रही है और उसी के कारण आजकल नेशनल साइबर हेल्पलाइन में रोज़ाना करीबन 1100 कॉल आ रही है जिस पर साइबर टीम तुरंत कार्रवाई कर रही है।