त्वरित समाधान के ‘कौशल’ के लिए पहचान है नए मुख्य सचिव की
CHANDIGARH: हरियाणा सरकार ने सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव कौशल को हरियाणा का मुख्य सचिव नियुक्त किया है। आज आईएएस अधिकारी विजय वर्धन मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्त हो गए हैं। हरियाणा सरकार द्वारा जारी आदेशानुसार मुख्य सचिव संजीव कौशल को सामान्य प्रशासन, कार्मिक, प्रशिक्षण, संसदीय कार्य, सतर्कता, प्रशासनिक सुधार विभाग और प्रभारी योजना समन्वय के सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गई है। इनके अलावा, पी.के दास को वित्तायुक्त तथा राजस्व और आपदा प्रबंधन व चकबंदी विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है।
जीवन परिचय – हरियाणा के नए मुख्य सचिव संजीव कौशल को किसी भी समस्या के त्वरित समाधान के लिए जाना जाता है। उन्होंने किसी जिला के उपायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव व वित्तायुक्त जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपनी कार्यशैली की अमिट छाप छोड़ी है। हंसमुख व मृदु स्वभाव के अधिकारी श्री कौशल की अपने कनिष्ठ व वरिष्ठ अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ एक टीम के रूप में काम करने की कला से सभी उनके कायल हैं।
संजीव कौशल का सेवाकाल के दौरान व्यापक व्यावसायिक अनुभव रहा है। उन्होंने भारत सरकार (संयुक्त सचिव के रूप में) के अलावा दो राज्य सरकारों, दो बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्त्रमों (प्रबंध निदेशक के रूप में), हरियाणा के सबसे बड़े नगर निगम फरीदाबाद (महापौर और आयुक्त की जिम्मेदारियों के साथ फरीदाबाद परिसर के मुख्य प्रशासक के रूप में) में काम करने का अनुभव रहा है।
यही नहीं उनके द्वारा वर्ष 1987-88 में मदुरै (तमिलनाडु) में सहायक कलेक्टर (प्रशिक्षण) तथा वर्ष 1988-90 के दौरान कोयंबटुर में सब-कलेक्टर के तौर पर दी गई सेवाओं के लिए एक बेहतरीन अधिकारी के तौर पर जाना जाता है।
संजीव कौशल ने वर्ष 1990-91 में हरियाणा में फरीदाबाद के अतिरिक्त उपायुक्त, वर्ष 1991-93 में फरीदाबाद परिसर प्रशासन के मुख्य प्रशासक तथा वर्ष 1993-94 में हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में सेवाएं दी। उन्होंने वर्ष 1994-96 तक यमुनानगर जिला का उपायुक्त और जिला मजिस्ट्रेट का दायित्व निभाया। इसके बाद, उन्होंने हरियाणा सरकार के सहकारिता, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, वन्य जीव संरक्षण एवं नियम विभाग में संयुक्त सचिव के तौर पर कार्य किया।
नए मुख्य सचिव संजीव कौशल ने वर्ष 1999 से 2001 तक प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना ,जनसंपर्क एवं सांस्कृतिक मामले विभाग के निदेशक के तौर पर अपने जिम्मेवारियों का बखूबी निर्वहन किया। वे वर्ष 2001-03 तक हरियाणा के शहरी विकास विभाग के निदेशक, हरियाणा शहरी बुनियादी ढांचा विकास बोर्ड और हरियाणा स्लम क्लीयरेंस बोर्ड के मुख्य प्रशासक रहे।
उन्होंने वर्ष 2003-04 के दौरान केंद्र सरकार में तत्कालीन केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री के निजी सचिव तथा वर्ष 2004-07 तक भारत सरकार के लघु उद्योग विभाग में संयुक्त विकास आयुक्त एवं वर्ष 2007-08 में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में अतिरिक्त विकास आयुक्त व संयुक्त विकास आयुक्त के तौर पर कार्य किया।
संजीव कौशल ने 12 जुलाई 2008 से 3 जनवरी 2012 तक हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (एचपीजीसीएल) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक तथा 3 जनवरी 2012 से 28 मई 2012 तक तकनीकी शिक्षा विभाग में वित्त आयुक्त एवं प्रधान सचिव, 28 मई 2012 से 12 जुलाई 2013 तक वित्त और योजना विभाग में वित्त आयुक्त और प्रमुख सचिव और 12 जुलाई 2013 से 30 अक्टूबर 2014 तक पीडब्ल्यू (बी. एंड आर) और वास्तुकला विभाग में प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया।
कौशल को 30 अक्टूबर 2014 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव की जिम्मेवारी सौंपी गई। इन्होंने हरियाणा सरकार के वित्त एवं योजना विभाग,आबकारी एवं कराधान विभाग,कृषि विभाग,सहकारिता विभाग और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव के तौर पर अतुलनीय सेवाएं दी हैं।
नए मुख्य सचिव के शैक्षणिक सफर पर नजर डाली जाए तो वे आरंभ से ही शिक्षा के क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते रहे हैं। उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा में पूरे पंजाब में टॉप करते हुए स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद, उन्होंने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर से बी.एससी. (नॉन-मेडिकल) उत्तीर्ण की और उसमें गोल्ड मेडल हासिल किया। वे लोक प्रशासन व अर्थशास्त्र में परास्नातक उपाधि से विभूषित हैं।
संजीव कौशल ने अपने सेवाकाल के दौरान विभिन्न कोर्स व प्रशिक्षण प्राप्त किए ताकि सरकारी काम-काज में सुविधा हो सके और जनता को उनकी सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने वित्तीय प्रबंधन, आर्थिक विकास और पर्यावरण में व्यापक प्रशिक्षण लिया है। इसके अतिरिक्त भारतीय अर्थव्यवस्था को बदलने, प्रशासन में आईटी की भूमिका, शासन में नैतिकता, विश्व बैंक संस्थान वाशिंगटन के साथ कानूनी न्यायशास्त्र, आईआईएम अहमदाबाद, आईआईएम बैंगलोर, प्रशासनिक स्टॉफ कॉलेज ऑफ इंडिया (एएससीआई) हैदराबाद, नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी बैंगलोर, मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज,लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन, सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन से कई प्रशिक्षण हासिल किए।
कौशल ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में नवोदित और मध्यम स्तर के आईएएस अधिकारियों को रिसोर्स फैक्ल्टी के तौर पर मागदर्शन किया। यही नहीं उन्होंने भारत सरकार की ओर से ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, चीन तथा बहरीन देश में जाने वाले औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भी किया है।
बहरहाल, हरियाणा के नव नियुक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल को विचारों का पॉवरफुल-जनरेटर तथा कम्यूनिकेटर कहा जाता है। प्रतिकूल परिस्थितियों में अपनी क्षमता से अनुकूल परिणाम देने का उनमें गजब का हूनर है। बड़ी परियोजनाओं के प्रबंधन का गुण तथा देश व प्रदेश में विकास के लिए उनकी राजनीतिक व ब्यूरोक्त्रेटिक तालमेल की क्षमता उनको आम अधिकारी से विशेष बनाती है।