कहा- संस्कृत भाषा को सभी स्कूलों में अनिवार्य विषय बनाना चाहिए
CHANDIGARH, 1 OCTOBER: भारत विकास परिषद चण्डीगढ़ प्रान्त द्वारा सनातन धर्म एवं भारत विषय पर आज यहां एक विचार गोष्ठी का आयोजन लॉ भवन सैक्टर 37-ए में किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद, पूर्व प्रोफेसर हार्वर्ड विश्वविद्यालय ने कहा कि सनातन धर्म अक्षुण्ण है तथा भारत के समस्त निवासियों का डीएनए एक ही है। उन्होंने कहा कि संस्कृत को भारत की आधिकारिक भाषा बनाना चाहिए व सभी स्कूलों में संस्कृत में शिक्षा देना अनिवार्य करना चाहिए। इससे बच्चों का मानसिक विकास बेहतर ढंग से होता है।
स्वामी ने कहा कि हिंदी, उर्दू, मराठी और नेपाली भाषाएं देवनागरी लिपी के इस्तेमाल से बनी हैं और इन सभी भाषाओं की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है। योग से जुड़ा सारा साहित्य भी संस्कृत में ही लिखा गया है। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा का विकास हिंदुओं को जोड़ने और उनमें एक जैसा होने का भाव भी पैदा करेगा। संविधान में कहा गया है कि हिन्दी में संस्कृत के शब्दों का प्रयोग होना चाहिए। संस्कृत कंप्यूटर के लिए सबसे अनुकूल भाषा है। यह बात नासा ने भी मानी है। शिक्षा के सम्बन्ध में महिलाओं को आगे आना चाहिए। आजादी से पहले भी शिक्षा वित सब महिलाओं के हाथ में थी। रानी लक्ष्मीबाई और विवेकानंद जैसे भारत के साधु संतो ने देश के निवासियों को आत्मनिर्भर बनाए रखा।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि अशोक सिंगला अधिवक्ता चेयरमैन बार कौंसिल पंजाब एंड हरियाणा चण्डीगढ़ ने आपने उद्वोधन में कहा कि भारत और सनातन एक ही है। भारत को सनातन से अलग नहीं किया जा सकता। महामंलेश्वर संपूर्णानंद महाराज ने भी सनातन धर्म और भारत पर अपना उद्वोधन किया। कार्यक्रम का संचालन अजय बग्गा ने किया और डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी का जीवन परिचय दिया और साथ ही सनातन धर्म पर जिन्होंने मलेरिया इत्यादि कहा था, उनका पुरजोर विरोध और खंडन किया।
डाक्टर संदीप कौर संधू ने भी सनातन संस्कृति के सम्बन्ध महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल दिया और सनातन धर्म और भारत पर संक्षेप में वर्णन किया। अजय दत्ता राष्ट्रीय चेयरमैन सेवा, भारत विकास परिषद ने गणमान्यों को परिषद द्वारा सम्मानित किया और उपस्थित सभी को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर गणमान्यों सदस्यों के साथ प्रहलाद कुमार शर्मा अध्यक्ष भारत विकास परिषद चण्डीगढ़,भुपिन्दर कुमार महासचिव,जसपिन्द्र कौर सूरी सहित कार्यक्रम में परिषद के सभी जोन और शाखाओं के सदस्य उपस्थित रहे।