CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की ओर से कल नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किए जाने और भाजपा पार्षदों के बहिष्कार से कोरम के अभाव में मंगलवार को नगर निगम की मीटिंग स्थगित होने के बाद शहर की सियासत गर्मा गई है। भाजपा ने आज जहां नगर निगम आयुक्त और कांग्रेस पर हमला बोला, वहीं कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए भाजपा को मेयर राजबाला मलिक का इस्तीफा लेने की चुनौती दी है।
भाजपा अपनी नाकामियों का ठीकरा अफसरों पर न फोड़े
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने एक बयान जारी कर बीजेपी नेताओं व पार्षदों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बीजेपी के पार्षद अपनी नाकामियों का ठीकरा अधिकारियों पर फोड़कर जन हितैषी होने का ढोंग न करें। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता एक तरफ पानी के रेट्स बढ़ाने का फैसला लेते हैं, दूसरी ओर जवाबदेही से बचने के लिए निगम सदन की मीटिंग में न जाने का बहाना तलाशते हैं। छाबड़ा ने कहा कि अगर बीजेपी नेताओं में नैतिकता बची है तो तुरंत मेयर राजबाला मलिक से इस्तीफा लें और कांग्रेस का मेयर बना दें। हम अगले ही दिन बढ़े पानी के रेट्स रदद् कर देंगे। नगर निगम की बिगड़ी हुई वित्तीय हालत को भी ठीक कर देंगे, क्योंकि कांग्रेस के पास तजुर्बा भी है और जन हितैषी नीतियां भी हैं।