CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पानी आंदोलन को लेकर कांग्रेसियों को भाजपा पार्षदों के सेक्टर में भी न घुसने देने के चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा के ऐलान पर कांग्रेस ने कड़ा पलटवार किया है। कांग्रेस ने भाजपा को अहंकारी पार्टी करार देते हुए कहा है कि जनता से जुड़े मुद्दों पर लोगों के जायज विरोध को लेकर भाजपा को राजनीतिक सहन शक्ति भी रखनी चाहिए। लोकतंत्र में विरोध की आवाज को रोकना तानाशाही है और कांग्रेस पार्टी इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
कांग्रेस का आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता एवं पूर्व डिप्टी मेयर हरमोहिंदर सिंह लक्की ने कांग्रेस के पानी आंदोलन को लेकर भाजपा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला कल पानी आंदोलन की घोषणा के वक्त ही कह चुके हैं कि यह आंदोलन गांधीवादी तरीके से और शांतिपूर्ण होगा। लक्की ने कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार पार्टी है। कोरोनाकाल का हमें भी खयाल है। इसीलिए इस आंदोलन को गांधीवादी स्वरूप दिया है। इसके तहत बहुत सीमित संख्या में कांग्रेसजन भाजपा पार्षदों के घर जाएंगे और उन्हें गुलाब का फूल देते हुए पानी की तीन गुना तक बढ़ी कीमतों को लेकर रोष पत्र देंगे। इसमें कोई ऐसा शोर-शराबा भी नहीं होगा, जिससे बोर्ड की परीक्षा की तैयारी में जुटे बच्चों की पढ़ाई में भी कोई खलल पैदा हो।
भाजपा को लोगों की इतनी चिंता है तो पानी की बढ़ी दरें तुरंत वापस ले
लक्की ने कहा कि असल में तो भाजपा हर जगह सत्ता में बैठकर अहंकारी हो गई है। उसे जनसमस्याओं पर लोगों का किसी भी तरह का विरोध बर्दाश्त नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार में बैठकर भी भाजपा यही कर रही है और अब चंडीगढ़ नगर निगम में भी भाजपा अपना यही चेहरा दिखा रही है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल होते हुए भाजपा को जनविरोध पर अपनी राजनीतिक सहनशक्ति का भी परिचय देना चाहिए। भाजपा को यदि लोगों की इतनी ही चिंता है तो पानी की बढ़ी हुई दरों को तुरंत वापस लेकर लोगों को राहत पहुंचानी चाहिए। न कि विरोध को कुचलने की तैयारी में अपना समय बर्बाद करना चाहिए।