निगरानी प्रणाली को और मजबूत करने के लिए ईसीसीई कौंसिल ने एनसीपीसीआर के रेगुलेटरी दिशा निर्देश अपनाए
CHANDIGARH: पंजाब ने बाल अधिकारों की सुरक्षा संबंधी राष्ट्रीय आयोग (एन.सी.पी.सी.आर.) के रेगुलेटरी दिशा-निर्देशों को अपनाते हुये राज्य में चल रहे प्राईवेट प्ले स्कूलों और क्रैच्चों के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी कर दी है। इस सम्बन्धी फैसला सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी ने स्टेट अर्ली चाईल्डहुड्ड केयर एंड ऐजुकेशन (ई.सी.सी.ई.) कौंसिल की एक उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये लिया।
चौधरी ने कहा राज्य भर में चल रहे प्राईवेट प्ले स्कूलों के निरीक्षण के लिए समय-समय पर निगरानी वाली प्रणाली की महत्वपूर्ण जरूरत है जिससे छोटे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘इसलिए प्राईवेट प्ले स्कूलों और क्रैच्चों को नियमित करने के लिए बाल अधिकारों की सुरक्षा संबंधी राष्ट्रीय आयोग(एन.सी.पी.सी.आर.) के रेगुलेटरी दिशा-निर्देशों को सही अर्थों में अपनाने का फैसला ई.सी.सी.ई. कौंसिल की मीटिंग के दौरान सर्वसम्मति से लिया गया है।’ उन्होंने आगे कहा कि अब रजिस्ट्रेशन के बिना किसी भी प्ले स्कूल या क्रैच्च को काम करने की अनुमति नहीं होगी।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इन दिशा-निर्देशों की पालना करते हुये राज्य स्तर पर इन संस्थाओं में एक समर्पित पोर्टल पर डाटा बैंक बनाया जायेगा और कोर्स में एकरूपता यकीनी बनाई जाऐगी, जिसका फैसला कौंसिल करेगी और इसको राज्य भर में लागू किया जायेगा।
कोविड महामारी के इन मुश्किल समय के दौरान बच्चों और महिलाओं को मनोवैज्ञानिक सलाह देने की जरूरत पर जोर देते हुये उन्होंने कहा कि आंगणवाड़ी वर्करों और हैल्परों के द्वारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम आगे भी जारी रहेगा।
कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय संस्थाओं के मतदान में 50 प्रतिशत आरक्षण और सरकारी नौकरियों में 33 प्रतिशत आरक्षण को यकीनी बना कर महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए की गई पहलकदमियों पर रौशनी डाली। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से हर आयु की महिलाओं के लिए फ्री बस यात्रा की सुविधा भी दी गई है।
मीटिंग में अन्यों के अलावा चेयरमैन पंजाब राज बाल अधिकार सुरक्षा आयोग रजिन्दर सिंह, प्रमुख सचिव सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास राजी पी. श्रीवास्तव, सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुमार, अतिरिक्त सचिव (वित्त) सुरिन्दर कौर वड़ैच, डायरैक्टर-कम-विशेष सचिव सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विपुल उज्जवल, संयुक्त सचिव विम्मी भुल्लर, डायरैक्टर परिवार कल्याण डा. अंदेश कंग, डायरैक्टर योजना राजवंत कौर, सहायक डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं डा. सुखदीप कौर, पीएयू से डा. दीपिका विज, डिप्टी डायरैक्टर सामाजिक सुरक्षा रुपिन्दर कौर, डी.पी.ओज़ ए.एस. भुल्लर और सुखदीप सिंह और सहायक प्रोफैसर मेजर नीलम के. भी मौजूद थे।