पाठक सच्ची कहानियों को ज्यादा पसंद करते हैं: विवेक अत्रे

कहानी संग्रह ‘कहानी रिश्तों की’ का विमोचन और चर्चा का आयोजन हुआ

CHANDIGARH, 5 DECEMBER: प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. वेद प्रकाश नागपाल के नव प्रकाशित कहानी संग्रह ‘कहानी रिश्तों की’ का आज प्रेस क्लब, सेक्टर 27 में विमोचन व चर्चा का कार्यक्रम हुआ। इसमें मुख्य अतिथि लेखक व पूर्व आईएएस विवेक अत्रे रहे और विशिष्ट अतिथि के तौर पर कविवर एवं लेखक प्रेम विज रहे। पुस्तक पर चर्चा करते हुए लेखक डॉ. विनोद शर्मा ने अपनी बात कही। कार्यक्रम का संचालन एकता नागपाल ने किया।

कहानियों तथा रचना प्रक्रिया पर बोलते हुए लेखक डॉ. वेद प्रकाश नागपाल ने कहा कि हर कहानी मौलिक व सच्ची है। इसमें कहीं- कहीं खूबसूरत मोड़ दिया गया है। जिससे कहानी की अलग दास्तान बन गई है। पुस्तक पर चर्चा करते हुए कविवर डॉ. विनोद शर्मा ने कहा यह कहानियां सच्ची तो है ही साथ ही साथ समाज में व्याप्त आधुनिक रिश्तों को भी दर्शाती हैै। इस पुस्तक में कई रिश्तो का जिक्र हुआ है। कहानियों में दर्शाया गया प्यार, आकर्षण, आत्मसमर्पण, बनावटी रिश्ते, पाप का अंत, बेमेल रिश्ते, बदलते रिश्ते, बदनसीब रिश्ते, मजबूर रिश्ते, अनमोल रिश्ते और तार- तार होते रिश्ते आदि लेखक की परिपक्वता का परिचायक हैं। कहानियां ऐसी हैं जो हमारे आसपास के परिवेश में घटित हो रही हैं। लेखक ने हर कहानी को अपनी कलम से सुसज्जित करते हुए पाठकों के समक्ष पेश किया है। विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए साहित्यकार प्रेम विज ने कहा कि कहानियां सुनीं व पढ़ी हुई जान पड़ती हैं। इसमें रिश्तों को बहुत खूबसूरत ढंग से प्रस्तुत किया गया है। हमारे संबंधों में आज रिश्तों की मिठास और मधुरता नहीं रही। रिश्तों में स्वार्थ बढ़ गया है। मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए विवेक अत्रे ने कहा कि सच्ची कहानियां पाठकों को ज्यादा पसंद होती हैं, क्योंकि उनकी जिज्ञासा उनमें ज्यादा होती है। इस अवसर पर आचार्य कुल के अध्यक्ष केके शारदा, शायर अशोक नादिर, सुखविंदर सिंह, कर्नल गुरसेवक सिंह भी उपस्थित रहे। रफी नाईट के संचालक, कलाकारों में बीडी शर्मा, पुष्पा, सुचेता और तरसेम आदि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

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