हमारा हर फैसला राज्य की तरक्की और लोगों के कल्याण को समर्पित
CHANDIGARH, 13 FEB: पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के कुछ फैसलों को लेकर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान फिर आमने-सामने आ गए हैं। राज्यपाल ने प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजे गए सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपलों के चयन की प्रक्रिया के मापदंड, खर्च हुई धनराशि, इन्फोटेक अध्यक्ष पद पर नियुक्ति, पीएयू के वाइस चांसलर की नियुक्ति, सरकारी मीटिंगों में नवल अग्रवाल की उपस्थिति और आईपीएस अधिकारी कुलदीप सिंह चहल के प्रमोशन आदि पर सवाल उठाते हुए इस संबंध में मुख्यमंत्री से ब्योरा मांगा तो मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज राज्यपाल को स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह केवल राज्य के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं, न कि केंद्र द्वारा नियुक्त किए गए किसी व्यक्ति के प्रति।
आज यहाँ जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को अवगत करवाया कि उनको मीडिया के द्वारा उनके पत्र संबंधी पता लगा है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल द्वारा उठाए गए सभी मुद्दे राज्य के अधिकार क्षेत्र से सम्बन्धित हैं। भगवंत मान ने कहा कि इन मुद्दों के लिए वह 3 करोड़ पंजाबियों के प्रति जवाबदेह हैं, जिन्होंने उनको बड़ा जनादेश देकर चुना है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि राज्य सरकार केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त व्यक्ति के प्रति जवाबदेह नहीं है। उन्होंने कहा कि यह राज्यपाल द्वारा उठाए गए सभी सवालों का जवाब है। भगवंत मान ने कहा कि राज्यपाल को उपदेश देने की बजाय संविधान में दर्ज अपने कर्तव्यों को सुचारू ढंग से निभाने की ओर ध्यान देना चाहिए।