CHANDIGARH, 15 NOVEMBER: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो द्वारा आज इंडियन रिज़र्व बटालियन के सहायक सब इंस्पेक्टर (ए.एस.आई.) और एक चालक को 80,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया गया। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि मोहाली में तैनात ए.एस.आई. गुरजिन्दर सिंह और बिचौलियागिरी कर रहे चालक पियूष आनंद को वादी कैलाश कुमार निवासी जनकपुरी, लुधियाना शहर की शिकायत पर गिरफ़्तार किया गया है।
अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो से संपर्क कर दोष लगाया कि उक्त पुलिस कर्मचारी और चालक द्वारा लोहे के स्क्रैप से लदे उसके वाहनों को अंतरराज्यीय चैक पोस्ट, शंभू, जि़ला पटियाला में एंट्री टैक्स अदा किये बिना निकालने के बदले 80,000 रुपए रिश्वत की माँग की गई है। शिकायतकर्ता ने यह भी दोष लगाया है कि उपरोक्त ए.एस.आई. ने उसको कहा कि वह इस काम के लिए चालक पीयूष आनंद और सम्बन्धित कर्मचारियों के साथ मिलकर यह महीनावार रिश्वत लेता है।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत की पड़ताल के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और दोषी पुलिस कर्मचारी को बिचौलियागिरी कर रहे चालक समेत दो सरकारी गवाहों की हाजिऱी में 80,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों काबू किया। उन्होंने बताया कि दोषी पुलिस कर्मचारी और चालक के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7ए और आई.पी.सी की धारा 120-बी के तहत विजीलैंस ब्यूरो थाना, आर्थिक अपराध शाखा लुधियाना में मुकदमा दर्ज करके अगली कार्यवाही आरंभ कर दी है।