CHANDIGARH, 14 DEC: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान बुधवार को ग्राम पंचायत हवारा, ब्लॉक खमानो, जिला फतेहगढ़ साहिब में पंचायत सचिव के पद पर कार्य कर रहे राजिंदर सिंह को 37,55,000 रुपये की हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
विजीलैंस ब्यूरो के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह खुलासा करते हुए बताया कि इस संबंध में शिकायत की जांच के बाद विजीलैंस थाना पटियाला में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत को पूर्व सरपंच बलदेव सिंह के कार्यकाल के दौरान 37,55,000 रुपये का विकास अनुदान प्राप्त हुआ था। जांच के दौरान पाया गया कि उक्त आरोपी पंचायत सचिव गुरदीप सिंह, कनिष्ठ अभियंता (जेई), पंचायती राज खमानो और पूर्व सरपंच बलदेव सिंह की मिलीभगत से उक्त राशि का गबन किया गया।
विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने यह भी पाया है कि गुरदीप सिंह जेई ने ग्राम पंचायत की मेजऱमैंट बुक (एमबी) में उक्त अनुदान की कोई एंट्री नहीं की थी। उपर्युक्त अनुदानों में से, ब्यूरो ने 19,05,000 रूपये का आकलन किया है लेकिन उसे मेजऱमैंट बुक (एमबी) में दर्ज नहीं किया गया था।
उन्होंने आगे बताया कि जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि उक्त ग्रांट में हेराफेरी करने के बाद गुरदीप सिंह जेई ने इस संबंध में उपयोगिता प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर कर बीडीपीओ खमानो द्वारा जारी करवा दिया। प्रवक्ता ने बताया कि इस गबन के लिए जिम्मेदार आरोपी गुरदीप सिंह, जेई व पूर्व सरपंच बलदेव सिंह सहित अन्यों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आगे की जांच चल रही है।