CHANDIGARH: नई दिल्ली में 72वें राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समागम में शामिल नौवें पातशाह श्री गुरु तेग़ बहादुर जी की अतुल्य शहादत को दर्शाती पंजाब सरकार की झांकी को हर तरफ से भरपूर सराहना और प्यार मिला है।
आज यहां यह जानकारी देते हुये पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि ‘हिंद दी चादर’ श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी, जिन्होंने मानवता, धार्मिक सह-अस्तित्व और धर्म की स्वतंत्रता जैसे शाश्वत मूल्यों के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया, के जीवन और दर्शन को राज्य की झांकी में दर्शाया गया।
पंजाब सरकार के इस प्रयास को देश भर में समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों की तरफ से सराहा गया क्योंकि इसमें गुरू साहिब की मानवता और धार्मिक सहनशीलता के प्रति बलिदान और वीरता को बाखूबी पेश किया गया था और इस बात की गवाही विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर लोगों की तरफ से अपनी उत्साहजन टिप्पणियों के द्वारा भरी गई है।
नौवें पातशाह के 400वें प्रकाश पर्व को समर्पित इस झांकी ने रूहानी माहौल सृजित करते हुये विश्व-व्यापी भाईचारे, आपसी प्यार और राष्ट्रीय एकता की जड़ों को और मज़बूती प्रदान की है।यहां जिक्रयोग्य है कि पंजाब सरकार को लगातार पांचवी बार अपनी झांकी राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस समागम के लिए चुने जाने का गौरव प्राप्त हुआ है। वर्ष 2019 में पंजाब सरकार की जलियांवाला बाग नरसंहार की शताब्दी याद को समर्पित झांकी को देश भर में से तीसरा स्थान मिला था। इससे पहले वर्ष 1967 और 1982 में भी पंजाब की झांकी यह गौरव प्राप्त करने में सफल रही थी।