गिरफ्तार तीन व्यक्ति कैनेडा आधारित गैंगस्टर लखबीर और पाकिस्तान आधारित गैंगस्टर हरविन्दर रिन्दा के साथ सीधे संपर्क में थे: डीजीपी पंजाब
CHANDIGARH, 08 SEPTEMBER: मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के खि़लाफ़ शुरू की गई निर्णायक जंग के अंतर्गत कैनेडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविन्दर सिंह रिन्दा की तरफ से सांझे तौर पर चलाए जा रहे आईएसआई की हिमायत प्राप्त आतंकवादी माड्यूल को बड़ा झटका दिया है। पंजाब पुलिस के डायरैक्टर जनरल ( डीजीपी) गौरव यादव ने गुरूवार को यहाँ बताया कि पंजाब पुलिस ने उनके तीन नज़दीकी साथियों को गिरफ्तार किया है। इसके इलावा कम से कम 25 और साथियों की पहचान की गई है, जो पंजाब और इसके नज़दीकी राज्यों में ग़ैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उनकी मदद कर रहे थे।
डी.जी.पी. ने बताया कि गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों में हाल ही में हरियाणा के कुरूक्षेत्र के शाहबाद क्षेत्र में इम्परूवाईज़ड एक्सप्लोसिव डिवाइस ( आई. ई. डी.) प्लांट करने वाला मुख्य दोषी भी शामिल है, जिसकी पहचान तरन तारन के गाँव भट्ठल सहजा सिंह निवासी नछत्तर सिंह उर्फ मोती के तौर पर हुई है। इस आतंकवादी माड्यूल का हरियाणा पुलिस ने पर्दाफाश किया था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गए दो और मुलजिमों की पहचान सुखदेव सिंह उर्फ शेरा निवासी गाँव गंडीविंड और हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी उर्फ बिल्ला निवासी गाँव नौशहरा पन्नूआ ज़िला तरन तारन के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके पास से 1.5 किलो वज़न वाले आर. डी. एक्स के साथ लैस एक आईईडी समेत डैटोनेटर, .30 बोर और .315 बोर समेत दो पिस्तौलें समेत 8 जिंदा कारतूस और बिना रजिस्ट्रेशन नंबर वाला एक सपलैंडर मोटरसाईकल बरामद किया है।
प्राथमिक जांच के अनुसार, डीजीपी ने कहा कि यह सामने आया है कि तीनों ही मुलजिम लखबीर लंडा के सीधे संपर्क में थे और फिरौती, बड़े स्तर पर सरहद पार से हथियारों, विस्फोटकों और नशों की तस्करी करने के मामले में शामिल थे। यह कार्यवाही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर पंजाब को नशा और अपराध मुक्त राज्य बनाने के मद्देनज़र पंजाब पुलिस की तरफ से नशों और गैंगस्टरों के विरुद्ध चलाई जा रही जंग के दौरान अमल में लाई गई है। इस सम्बन्धी और ज्यादा जानकारी देते हुये एस. एस. पी तरन तारन रणजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि सूचना मिलने पर थाना सरहाली की पुलिस टीम ने नाका लगाकर तीन मुलजिमों को काबू करके उनके कब्ज़े में से दो पिस्तौल बरामद किये हैं। उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद नछत्तर सिंह की तरफ से किये खुलासों के आधार पर पुलिस टीमों ने तरन तारन के गाँव रत्तोके बाहरवार छुपाया एक आई. ई. डी. वी बरामद किया है।
एसएसपी ने बताया कि लंडा- रिन्दा गिरोह का 40-50 के करीब व्यक्तियों का नैटवर्क है, जिनमें से पुलिस पहले ही इस गिरोह के 25 गुर्गों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्धी आगे जांच जारी है और अन्य हथियारों और विस्फोटकों की बरामदगी होने की संभावना है। बताने योग्य है कि इस सम्बन्धी तरन तारन के थाना सरहाली में आइपीसी की धारा 389, विस्फोटक एक्ट की धारा 25(6), 26(7) (1), 4 और 5 और एनडीपीऐस एक्ट की धारा 21, 31-59-85 के अंतर्गत एफआईआर नं. 142 दर्ज है।
लंडा कौन है?
तरनतारन का निवासी लंडा (33), जोकि साल 2017 में कैनेडा भाग गया था, ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हैडक्वाटर पर रॉकेट प्रोपेलड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकवादी हमले की साजिश रची थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी भी लगाया था। उसे पाकिस्तान आधारित वांछित और बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ हाथ मिलाने वाले गैंगस्टर हरविन्दर सिंह उर्फ रिन्दा का करीबी माना जाता है।