मुख्य आपूर्तिकर्ता को 7 लाख से अधिक फार्मा ओपिओइड और टीके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले नशीले पदार्थों समेत किया गिरफ्तार
CHANDIGARH, 23 JULY: पंजाब पुलिस ने शुक्रवार देर शाम को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक ग़ैर-कानूनी स्टोरेज गोदाम में छापेमारी के दौरान फार्मा ओपिओइड की 7 लाख से अधिक गोलियाँ/कैप्सूल/टीके ज़ब्त करके एक अंतर-राज्यीय फार्मास्यूटीकल ड्रग कार्टेेल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मुख्य आपूर्तिकर्ता को भी गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान आशीष विश्कर्मा के रूप में हुई है, जोकि सहारनपुर, यूपी में आई.टी.सी. के नजदीक खालासी लाईन का रहने वाला है। दोषी पिछले पाँच सालों से पंजाब के कुछ जिलों जिनमें फतेहगढ़ साहिब, एस.ए.एस. नगर, एस.बी.एस. नगर, रूपनगर, पटियाला और लुधियाना में ग़ैर-कानूनी रूप से नशीली दवाओं की आपूर्ति कर रहा था।
पंजाब पुलिस द्वारा डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के दिशा-निर्देशों पर नशों के विरुद्ध शुरु की गई जंग के दौरान यह कार्यवाही अमल में लाई गई है।
इस सम्बन्धी और अधिक जानकारी देते हुए रोपड़ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस ने 4.98 लाख लोमोटिल गोलियाँ, 97200 गोलियाँ अल्प्राजोलम, 75840 प्रॉक्सीवॉन कैप्सूल, 21600 वायल्ज़ एविल, 16600 इंजेक्शन ब्यूप्रेनोर्फिन, 550 ट्रामाडोल की गोलियाँ बरामद की।
गौरतलब है कि चमकौर साहिब के रहने वाले दो व्यक्तियों सुखविन्दर सिंह उर्फ काला और हरजसप्रीत सिंह उर्फ जस्सा के रूप में पहचाने गए व्यक्तियों से ब्यूप्रेनोर्फिन के 175 टीके और एविल की 175 वायल्ज़ बरामद किए गए थे। इसके बाद क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सी.आई.ए.) सरहिन्द की पुलिस टीमों ने उक्त केस की जाँच के हिस्से के तौर पर 14 जुलाई 2022 को इंचार्ज इंस्पेक्टर अमरबीर सिंह के नेतृत्व अधीन स्थानीय उत्तर प्रदेश पुलिस की मौजूदगी में स्टोरेज गोदाम पर छापेमारी की।
फतेहगढ़ साहिब के एस.एस.पी. डॉक्टर रवजोत गरेवाल ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति को सभी कानूनी कार्यवाहियाँ पूरी करने के बाद पंजाब लाया गया है। उन्होंने कहा कि डीएसपी इन्वेस्टिगेशन जसपिन्दर सिंह गिल और डीएसपी बस्सी पठाना अमृतपाल सिंह ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि एफ.आई.आर नं. 79 एन.डी.पी.एस. एक्ट की धारा 22सी-61-85 के तहत थाना बडाली आला सिंह फतेहगढ़ साहिब में पहले ही दर्ज की गई थी और मामले की अगली जाँच जारी है। गौरतलब है कि मुलजिम जि़ला फतेहगढ़ पुलिस के अमलोह, सरहिन्द, बडाली आला सिंह और खमाणों थानों को एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कम से कम चार व्यावासायिक मामलों में वांछित था।