CHANDIGARH, 23 SEPTEMBER: मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब को अपराध मुक्त राज्य बनाने के लिए चलाई जा रही मुहिम के हिस्से के तौर पर, पंजाब पुलिस ने कैनेडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविन्दर सिंह रिन्दा की तरफ से सांझा तौर पर चलाए जा रहे आईएसआई की हिमायत प्राप्त आतंकवादी माड्यूल के दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी से गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह जानकारी आज यहाँ डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।
जि़क्रयोग्य है कि कैनेडा स्थित लंडा पाकिस्तान स्थित वांछित और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) में शामिल हुए, गैंगस्टर हरविन्दर सिंह उर्फ रिन्दा का करीबी माना जाता है, और इनके आई. एस. आई. के साथ भी नजदीकी सम्बन्ध हैं। लंडा ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हैडक्वाटर पर रॉकेट प्रोपेलड ग्रेनेड ( आरपीजी) आतंकवादी हमले की साजिश रचने में मुख्य भूमिका निभाई थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी भी लगाया था।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान बलजीत सिंह मल्ली (25) निवासी गाँव जोगेवाल, फिऱोज़पुर और गुरबखश सिंह उर्फ गोरा संधू गाँव बुह गुजऱां, फिऱोज़पुर के तौर पर हुई है। इस सम्बन्धी और ज्यादा जानकारी देते हुये डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि एआईजी काउन्टर इंटेलिजेंस जालंधर नवजोत सिंह माहल के नेतृत्व में एक ख़ुफिय़ा कार्यवाही के दौरान पुलिस टीमों ने दोनों मुलजिमों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गुरबख्श सिंह की तरफ से उसके गाँव में बताए टिकाने से दो मैगजीनें, 90 जिंदा कारतूस और दो गोलियों के खोल समेत एक आधुनिक ए. के.- 56 असाल्ट राइफल भी बरामद की है।
उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि बलजीत इटली निवासी हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी संघेड़ा के संपर्क में था और उसके निर्देशों पर बलजीत ने जुलाई 2022 में गाँव सूदण में मक्खू-लोहियाँ रोड़ पर स्थित निशानदेही से हथियारों की खेप हासिल की थी। बाद में, उन्होंने टैस्ट फायर करने के बाद गुरबख्श के खेतों में खेप छुपा दी। उन्होंने कहा कि यह भी पता लगा है कि बलजीत कैनेडा स्थित लखबीर लंडा और अरश दल्ला समेत ख़तरनाक गैंगस्टरों के सीधे संपर्क में था।
उन्होंने कहा कि आगे जांच जारी है और जल्द ही और हथियारों की बरामदगी की उम्मीद है। डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर पंजाब पुलिस की तरफ से गैंगस्टरों के विरुद्ध शुरु की गई जंग तब तक जारी रहेगी जब तक पंजाब गैंगस्टर मुक्त राज्य नहीं बन जाता। जि़क्रयोग्य है कि एफ. आई. आर. नम्बर 29, तारीख़ 22.09.2022 को यू. ए( पी) एक्ट की धाराओं 10, 13, 18 और 20 और आर्मज़ एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत एस. एस. ओ. सी अमृतसर में दर्ज किया गया है।