CHANDIGARH, 1 OCTOBER: मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध जारी जंग के हिस्से के तौर पर, पंजाब पुलिस ने कैनेडा स्थित गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा और पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर हरविन्दर सिंह रिन्दा की तरफ से सांझे तौर चलाए आईएसआई हिमायत प्राप्त आतंकवादी माड्यूल के तीसरे संचालक को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी देते हुये डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि पकड़े गए मुलजिम की पहचान फिऱोज़पुर के गाँव जोगेवाल के हरप्रीत सिंह उर्फ हर सरपंच के तौर पर हुई है।
यह कार्यवाही ए. आई. जी. नवजोत सिंह माहल के नेतृत्व वाली काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर टीम की तरफ से इस माड्यूल के दो संचालकों जिनकी पहचान बलजीत सिंह मल्ली और गुरबख्श सिंह उर्फ गोरा संधू, दोनों निवासी फिऱोज़पुर के तौर पर हुई थी, की गिरफ्तारी से आठ दिन के बाद सामने आई है। पुलिस ने गुरबख्श सिंह की तरफ से उसके गाँव में बताए टिकाने से दो मैगज़ीन, 90 जिंदा कारतूस और दो गोलियों के खोल समेत एक आधुनिक ए. के.- 56 असाल्ट राइफल भी बरामद की थी। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि मुलजिम बलजीत मल्ली के खुलाके बाद पुलिस टीम ने हरप्रीत सिंह उर्फ हर सरपंच को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है, जोकि इटली स्थित गैंगस्टर हरप्रीत सिंह उर्फ हैपी संघेड़ा का करीबी माना जाता है और कैनेडा स्थित गैंगस्टर लखबीर लंडा के संपर्क में भी था।
जि़क्रयोग्य है कि बलजीत सिंह भी हैपी संघेड़ा के संपर्क में भी था और उसके निर्देशों पर ही उसने जुलाई 2022 में गाँव सूदण में मक्खू- लोहियाँ रोड पर स्थित सीमा रेखा से हथियारों की खेप हासिल की थी। डीजीपी ने बताया कि प्राथमिक जांच के दौरान हरप्रीत सिंह उर्फ हर सरपंच ने लखबीर लंडा के साथी जगजीत सिंह उर्फ जोटा निवासी मेहता रोड अमृतसर और उसके साथी के लिए फिऱोज़पुर के मक्खू क्षेत्र में एक खाली पड़े घर में 10 दिन ठहरने का प्रबंध करने की बात कबूल की है। उन्होंने कहा कि जोटा पर चार अपराधिक केस चल रहे हैं और वह इस समय पर केंद्रीय जेल, अमृतसर में बंद है। उन्होंने बताया कि दोषी हर सरपंच ने यह भी खुलासा किया कि वह तरन तारन पुलिस की तरफ से पहले ही गिरफ्तार किये गए नछत्तर सिंह उर्फ मोती के नज़दीकी संपर्क में था और अपनी नीले रंग की बीएमडब्ल्यू कार में उसकी तरफ से नशे की खेप लाने-लेजाने के लिये इस्तेमाल करता था।
जि़क्रयोग्य है कि हाल ही में अमृतसर कमिशनरेट पुलिस की तरफ से उक्त बी. एम. डब्ल्यू कार को ज़ब्त किया गया था। और जानकारी देते हुए ए. आई. जी. नवजोत सिंह माहल ने बताया कि मुलजिम हर सरपंच गैंगस्टरों लखबीर लंडा और हैपी संघेड़ा के नाम पर पैसे इकठ्ठा करता था और उनके साथियों को वित्तिय सहायता और लाजिस्टिक सहायता देता था। उन्होंने कहा कि आगे जांच जारी है और मुलजिम हर सरपंच की तरफ से जल्दी ही और खुलासे होने की उम्मीद है। जि़क्रयोग्य है कि कैनेडा स्थित लंडा पाकिस्तान स्थित वांछित और बब्बर खालसा इंटरनेशनल ( बीकेआई) में शामिल हुए, गैंगस्टर हरविन्दर सिंह उर्फ रिन्दा का करीबी माना जाता है, और इनके आई. एस. आई. से भी नजदीकी सम्बन्ध हैं। लंडा ने मोहाली में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हैडक्वाटर पर रॉकेट प्रोपेलड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकवादी हमले की साजिश रचने में मुख्य भूमिका निभाई थी और अमृतसर में सब-इंस्पेक्टर दिलबाग सिंह की कार के नीचे एक आईईडी भी लगाया था।