CHANDIGARH: पटवारियों और कानूनगों का मुद्दा सुलझा लिया गया है और पटवारियों की तरफ से अतिरिक्त पटवार सर्कलों में तुरुंत प्रभाव से काम शुरू कर दिया जायेगा। यह प्रगटावा अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त कमिशनर राजस्व रवनीत कौर ने किया।
उन्होंने बताया कि राजस्व पटवार यूनियन के प्रतिनिधियों की तरफ से समय-समय पर राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ और राजस्व विभाग के सीनियर अधिकारियों से माँगों सम्बन्धी की मीटिंगों के बाद अंत में सहमति बन गई और सभी जायज माँगों मान ली गई हैं। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में पंजाब राजस्व पटवारियों क्लास-3सेवा नियम 1966 के मुताबिक पटवारी उम्मीदवारों को ढेड़ साल की ट्रेनिंग और 3 साल परख काल पूरा करना ज़रूरी है। ट्रेनिंग की मियाद को एक साल और परख काल को 2 साल करने के लिए नियमों में संशोधन करने का फ़ैसला किया गया है जिससे ट्रेनिंग और परख काल का कुल समय साढ़े चार (4.5) सालों की मौजूदा शर्त के मुकाबले 3 साल हो जाये। मौजूदा समय के दौरान 890 पटवारी प्रोबेशन पर काम कर हैं ; राजस्व विभाग की तरफ से परख काल समय (प्रोबेशन पीरियड) को 2 साल तक घटाने के लिए यह मामला सक्रियता से वित्त विभाग के समक्ष उठाया जायेगा।
यह भी फ़ैसला किया गया कि पटवारियों के खाली पड़े पद जल्द भरे जाएंगे जिसके लिए पंजाब अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड को माँग भेजी जायेगी।
इसके इलावा, साल 1996 के बाद भर्ती हुए स्टाफ के सीनियर स्केल कैटगराईज़ेशन को बंद करने से विभिन्न विभागों में वेतनों सम्बन्धी कुछ बेनियमियां पैदा हुई हैं, जिनका राजस्व पटवारियों पर भी बुरा प्रभाव हुआ है। यह फ़ैसला किया गया कि वित्त विभाग की तरफ से इस मुद्दे को विचारने और समयबद्ध ढंग से अपनी सिफारिशें पेश करने के लिए एक कमेटी का गठन किया जायेगा।
यह बताया गया कि राजस्व पटवारियों को मुहैया करवाए गए कुछ पटवारी वर्क स्टेशन और पटवार-खानों में तत्काल मुरम्मत और ज़रूरी सहूलतों की कमी थी। राजस्व विभाग रख-रखाव और मुरम्मत और सहूलतों के प्रबंध के लिए राजस्व पटवारियों के एक प्रतिनिधियों के साथ जि़ला स्तर पर कमेटियों के गठन के लिए सहमत हुयी। जि़ला स्तरीय कमेटियाँ एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंपेंगी।
राजस्व पटवार यूनियन के प्रतिनिधियों ने भरोसा दिया कि अतिरिक्त पटवार सर्कलों का काम तुरंत शुरू किया जायेगा।