मनमानी और जानबूझ कर लोगों को परेशान करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी: ऊर्जा मंत्री
CHANDIGARH, 14 DEC: पंजाब सरकार के विभागों की तर्ज पर पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन और पावर स्टेट ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों की मंजूरी के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू किया जाएगा। आज यहाँ दोनों कॉर्पोरेशनों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने पावर कॉर्पोरेशन के कार्यालयों में कर्मचारियों की हाजिऱी सुनिश्चित बनाने के लिए अहम फ़ैसला लेते हुए आदेश दिए कि दोनों कॉर्पोरेशनों में कर्मचारियों की छुट्टी के लिए आवेदन करने और स्वीकार करने के लिए ऑनलाइन सिस्टम लागू किया जाए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि यह आम तौर पर देखने में आया है कि बहुत से कर्मचारी कार्यालयों में छुट्टी पहले ही बिना तारीख़ डाले लिखकर रख जाते हैं, जिसको हाजिऱी रजिस्टर में दजऱ् नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि इस प्रथा को रोकने के लिए ऑनलाइन हाजिऱी सिस्टम लाने संबंधी फ़ैसला लिया गया है। इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री ने हिदायतें जारी कीं कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना मंजूरी के छुट्टी पर ना जाए।
पावर कॉर्पोरेशन के कार्यालयों में लोगों को परेशान होने से बचाने के मंतव्य से एक और अहम फ़ैसला लेते हुए हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने हिदायतें जारी की कि लोगों के साथ सहजता और सलीके से पेश अया जाए। उन्होंने कहा कि लोगों के काम बिना किसी देरी के किए जाएँ। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मनमानी और जानबूझ कर सरकार के अक्स को चोट पहुँचाने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खि़लाफ़ कार्रवाई की जाए।
ऊर्जा मंत्री ने आदेश जारी किए कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं फील्ड में जाकर समय-समय पर कार्यालयों की चैकिंग करें और चल रहे कार्यों की फिजिकल वैरीफिकेशन सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि बेवजह लोगों को परेशान करने वाले कर्मचारियों और ड्यूटी में कोताही करने वालों की जवाबदेही तय की जाए।
सडक़ों पर लटकती ढ़ीली हुईं बिजली की तारों और खुले बक्सों के कारण होने वाले जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर बिजली की तारों को ऊँचा करने और बक्सों को ठीक तरह से बंद करने सम्बन्धी भी ऊर्जा मंत्री द्वारा हिदायतें जारी की गईं।
बैठक में तेजवीर सिंह प्रमुख सचिव पावर, बलदेव सिंह सरां अध्यक्ष पावर कॉर्पोरेशन के अलावा पी.एस.पी.सी.एल और पी.एस.टी.एल के डायरैक्टर, चीफ़ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।