CHANDIGARH: पंजाब में मौत दर पर काबू पाने के लिए मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने आज यहाँ स्वास्थ्य विभाग को चल रही टीकाकरण मुहिम में तेजी लाने के निर्देश दिए जिससे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के निर्देशों के अनुसार रोजमर्रा के 2 लाख व्यक्तियों के टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
उन्होंने राज्य में कोविड के उचित प्रबंधन के लिए हरेक जिले के लिये एक -एक करोड़ रुपए के विशेष फंड का ऐलान किया। राज्य में कोविड की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये उन्होंने कहा कि महामारी के साथ लड़ाई में फंडों की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी हिदायत की कि वायरस को हराने के लिए हफ्ते में दो दिन (मंगलवार और शुक्रवार) को बड़े स्तर पर टीकाकरण किया जाये जिससे अधिक से अधिक लोगों को कवर किया जा सके। उन्होंने अप्रैल महीने के लिए राज्य का हफ्तावारी लक्ष्य 16 लाख से अधिक व्यक्तियों के टीकाकरण का निश्चित किया।
योग्य व्यक्तियों को जल्दी से जल्दी टीका लगवाने की अपील करते हुये उन्होंने कहा कि हफ्ते के सभी दिनों के दौरान टीकाकरण किया जा रहा है और स्वास्थ्य एवं फ्रंटलाईन कर्मचारियों के लिए टीकाकरण की कोई उम्र सीमा नहीं है। उन्होंने आगे कहा उच्च अधिकारी टीकाकरण रजिस्ट्रेशन के लिए कर्मचारियों को जरूरी कर्मचारियों की सूची में से अधिकारित कर सकते हैं।
प्रशासकीय सचिवों, डिप्टी कमीशनरों, पुलिस कमीशनरों/सीनियर सुपरडैंट आफ पुलिस और राज्य के अन्य सीनियर अधिकारियों के साथ कोविड स्थिति की समीक्षा करते हुये मुख्य सचिव ने अधिकारियों को हिदायत की कि नमूने लेने की संख्या बढ़ा कर प्रति दिन 50,000 की जाये और हरेक पाॅजिटिव व्यक्ति के पीछे कम से कम 20 संपर्कों का पता लगा कर उनका प्रोटोकोल के अनुसार टैस्ट करवाया जाये जिससे वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
मीटिंग में बताया गया कि अब तक 16 लाख व्यक्तियों का टीकाकरण किया गया है और टीकाकरण और कोविड के नियमों की पालना ही वायरस के फैलाव को रोकने का एकमात्र रास्ता हैं।
उन्होंने सम्बन्धित विभागों को योजनाबद्ध मीडिया मुहिमें चला कर टीकाकरण के प्रति किसी तरह की हिचकिचाहट या झिझक के मुद्दों को हल करने के निर्देश दिए।
घरेलू एकांतवास के अधीन मरीजों की सख्त निगरानी के बारे बात करते हुये मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को हिदायत की कि विभाग के पास स्टाफ की कमी होने की सूरत में अन्य विभागों के स्टाफ का प्रयोग किया जाये। उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य अधिकारी घरेलू एकांतवास के अधीन मरीजों की सख्त निगरानी को यकीनी बनाऐंगे। वह हरेक घरेलू एकांतवास के अधीन मरीज तक दस दिनों में तीन बार पहुँच करेंगे। यदि किसी मरीज की स्थिति बिगड़ती है तो मौत दर को काबू में रखने के लिए मरीज को जितनी जल्दी हो सके अस्पताल भेजना यकीनी बनाया जायेगा।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुसन लाल ने मुख्य सचिव को बताया कि घरेलू एकांतवास के अधीन मरीजों के लिए और 50000 फतेह किटों की खरीद की जा रही है और राज्य में कोविड वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन को टीकाकरण की निर्विघ्न सप्लाई के लिए रोजमर्रा के इवीन पोर्टल अपडेट करने के लिए कहा। कोविड पाॅजिटिव व्यक्तियों को दूसरों के साथ मिलने से रोकने के लिए कोवा एप के द्वारा घरेलू एकांतवास के अधीन मरीजों की जीओ-फेंसिंग की जा रही है।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में पुलिस फोर्स की तरफ से हर संभव सहायता का भरोसा देते हुये डी.जी.पी. श्री दिनकर गुप्ता ने कहा कि कुल 65611 पुलिस मुलाजिमों ने कोविड टीके की पहली खुराक ले ली है जोकि कुल पुलिस फोर्स का लगभग 79 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री पंजाब के निर्देशों पर पुलिस ने कोविड-19 सम्बन्धी नियमों के लागूकरण के लिए मुहिम भी आरंभ की है जिसके अंतर्गत मास्क न पहनने वालों के चालान करने के अलावा उनको टेस्टिंग सेंटरों में ले जाया जा रहा है।
मीटिंग में अन्यों के अलावा अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन और वन्य जीव रवनीत कौर, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन एवं संस्कृतिक मामले संजय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास अनिरुद्ध तिवारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतें सीमा जैन, प्रमुख सचिव वित्त के.ए.पी. सिन्हा, प्रमुख सचिव मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान डी.के. तिवारी और अन्य सीनियर अधिकारी भी मौजूद थे।