CHANDIGARH/AMRITSAR: पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज करीब डेढ़ साल बाद अपना राजनीतिक अज्ञातवास खत्म कर दिया। तीन नए कृषि विधेयकों को लेकर शुरू हुए किसान आंदोलन के बहाने सिद्धू भी लोगों के बीच उतर आए हैं। बुधवार को उन्होंने अमृतसर में अपनी पार्टी कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। साथ ही तीन नए कृषि विधेयकों को लेकर किसानों की मांगों का पूर्ण समर्थन किया।
गौरतलब है कि कई मामलों को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस नेतृत्व व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से अपना तालमेल नहीं बैठा पाए। पंजाब मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद पिछले करीब डेढ़ साल से वह राजनीतिक अज्ञातवास में चले गए थे। किसी भी मामले में प्रतिक्रिया देना उन्होंने बंद कर दिया था। यहां तक कि सोशल मीडिया से भी सिद्धू ने दूरी बना ली थी। अब उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी नियुक्त किए जाने के बाद जब हरीश रावत ने पंजाब के सभी असंतुष्ट वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से बात की है तो असंतुष्टों के सियासी रवैये में बदलाव देखा जा रहा है। बुधवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने अमृतसर में किसानों के समर्थन में आयोजित पार्टी के आंदोलन में जिस तरह अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, उससे अब साफ है कि सिद्धू एक बार फिर पंजाब की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाने की तैयारी कर चुके हैं।
जुलाई 2019 के बाद अब संभाला ट्विटर हैंडल
नवजोत सिंह सिद्धू ने राजनीतिक अज्ञातवास में जाने से पहले अपने ट्विटर हैंडल से अंतिम ट्वीट 21 जुलाई 2019 को किया था। इसमें उन्होंने मंत्री की हैसियत से मिला सरकारी बंगला खाली कर देने की जानकारी दी थी। इसके बाद अब 18 सितम्बर 2020 यानी चार दिन पहलेे ही सिद्धू ने अपना ट्विटर हैंडल दोबारा संभाला है। ट्विटर पर दोबारा लौटते ही नवजोत सिद्धू ने सरकार पर हमला बोला।
नवजोत सिद्धू का इस साल का पहला ट्वीट
इसके बाद सिद्धू ने अपने चिरपरिचित अंदाज में किसानों के समर्थन में केंद्र सरकार पर हमला बोल दिया है। देखें उनके ये ट्वीट्स…
नवजोत सिंह सिद्धू ने किसानों के समर्थन में ट्विटर पर अपना वीडियो संदेश भी जारी किया…
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