पीएसपीसीएल ने पिछले साल की 13,431 मेगावाट की मांग के मुकाबले रिकॉर्ड 14,207 मेगावाट बिजली सप्लाई की
CHANDIGARH, 02 JULY: राज्य पावर कारपोरेशन लिमटिड (पी.एस.पी.सी.एल.) द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा किये वायदे अनुसार के राज्य के किसानों को धान की फ़सल की बुवाई के लिए निर्विघ्न बिजली सप्लाई दी जा रही है। यह जानकारी देते हुये पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने बताया कि राज्य के सभी खेती ट्यूबवैल कुनैकशनों को रोज़ाना 8 घंटे बिजली सप्लाई देनी यकीनी बनाई गयी है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने 23 मई, 2022 को 10 जून, 2022 से राज्य भर के सभी ए. पी. टयुबवैल कुनैकशनों को रोज़ाना के 8 घंटे बिजली सप्लाई देने सम्बन्धी नोटिफिकेशन जारी किया था। उन्होंने बताया कि मार्च से जुलाई, 2022 के गर्मी के सीजन के दौरान, पंजाब राज्य पावर कारपोरेशन लिमटिड (पी.एस.पी.सी.एल.) ने 29 जून, 2022 को 14,207 मेगावाट बिजली की सबसे बड़ी मांग को पूरा करके रिकार्ड कायम किया है जोकि पिछले साल 01 जुलाई, 2021 को 13,431 मेगावाट बिजली की सबसे बड़ी माँग के मुकाबले 5.78 प्रतिशत अधिक है।
बिजली मंत्री ने बताया कि मार्च से जुलाई, 2022 तक राज्य में कुल बिजली का उपभोग 31,505 मिलियन यूनिट है जोकि पिछले साल के उपभोग 27,580 मिलियन यूनिट के मुकाबले 14.23 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने बताया कि पी.एस.पी.सी.एल. ने चालू साल के दौरान 14207 मेगावाट बिजली की सबसे बड़ी माँग को सफलतापूर्वक पूरा करके पिछले साल की 13431 मेगावाट बिजली सप्लाई करने के रिकार्ड को तोड़ दिया है। उन्होंने बताया कि गर्मी के इस सीजन के दौरान बढ़ रहे तापमान के कारण बिजली की माँग लगातार बढ़ रही है परन्तु इसके बावजूद पी.एस.पी.सी.एल. द्वारा कृषि उपभोक्ताओं को रोज़ाना के 8 घंटे और अन्य सभी वर्गों के उपभोक्ताओं को बिना बिजली कट लगाए 24 घंटे बिजली सप्लाई प्रदान की जा रही है।
बिजली मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने अपने ठोस यत्नों स्वरूप पी.एस.पी.सी.एल. लिंकेज कोयले से अधिक लगभग 17 लाख मीट्रिक टन के कोयले के अतिरिकत प्रबंध किये हैं। उन्होंने बताया कि धान सीजन-2022 के लिए केंद्रीय पुल से राज्य को 1300 मेगावाट अनऐलोकेटिड बिजली की अलॉटमैंट के साथ पी.एस.पी.सी.एल. गर्मी के इस सीजन के दौरान बिजली की माँग पूरी करते हुये उपभोक्ताओं की किसी भी श्रेणी पर बिजली कट लगाए बिना ए. पी. टयुबवैल कुनैकशनों को 8 घंटे सप्लाई और अन्य श्रेणियों के उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली सप्लाई यकीनी बनाई है। उन्होंने बताया कि चालू साल के दौरान पी.एस.पी.सी.एल. ने 3047 मेगावाट बिजली के बैंकिंग प्रबंध किये हैं जोकि पिछले साल के 2700 मेगावाट की अपेक्षा 12.85 प्रतिशत अधिक हैं।
पंजाब के बिजली मंत्री ने बताया कि लगातार बढ़ रही बिजली की माँग के मद्देनज़र पी.एस.पी.सी.एल. द्वारा स्रोतों को इस्तेमाल करते हुये बिजली प्रबंधन के लिए ‘ डिमांड साईड मैनेजमेंट’ ( डी. एस. एम) सम्बन्धी अलग-अलग विधियां अपनाने के लिए रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि सिस्टम की बिजली सम्बन्धी ज़रूरत को पूरा करने के लिए रणजीत सागर डैम प्लांट की 3 नंबर यूनिट के कंडैंसर मोड, जिसका कई सालों से प्रयोग नहीं किया जा रहा था, को सिस्टम में बिजली की 60 मेगा वोल्ट ऐंपियर रीऐक्टिव (एम.वी.ए.आर.) की ज़रूरत को पूरा करने के लिए चालू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसी तरह विशेष मुहिम के अंतर्गत सिस्टम की मेगा वोल्ट ऐंपियर रिऐक्टिव सामर्थ्य बढ़ाया गया है, जिसमें ग्रिड सब स्टेशनों पर 251 यूनिट के कैपेसीटर बैंकों के साथ 341.61 मेगा वोल्ट ऐंपियर रिऐक्टिव सामर्थ्य और सिस्टम के वोलटेज प्रोफाइल को बेहतर बनाने के लिए 11 के. वी. फीडर पर अपेक्षित सामर्थ्य के शंट कैपेसीटर लगा कर बढ़ाया गया है।